सचिन का एक खत और 65 हजार का जुर्माना माफ
नियम है काफी सख्त
न्यूजीलैंड में पहली बार आने वाले पर्यटकों को आव्रजन नियमों के बारे में सख्त हिदायत दी जाती है जिसका पालन हर हाल में करना होता है. पर्यटकों को फल, खाद्य सामग्री, मिठाइयां, पानी आदि चीजें लाने पर जुर्माना तो लगाया जाता ही है, इसके अलावा यदि आपके जूतों में मिट्टी भी लगी पाई जाती है तो भी आपको भारी जुर्माने देना पड़ता है. एशिया से बाहर पहली बार न्यूजीलैंड में अपनी टीम का समर्थन करने गए सुधीर जब ऑकलैंड के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे तो उनके पास अपने शरीर पर लगाने वाले हरे, भगवा और सफेद रंग के पेंट के बड़े-बड़े डिब्बे थे. इसे देखकर वहां मौजूद अधिकारियों ने सुधीर को पूछताछ के लिए रोक लिया और उन पर कानून का उल्लंघन करने पर 1400 न्यूजीलैंड डॉलर (करीब 65 हजार रूपए) के जुर्माना लगाने की बात कही.
फंसते-फंसते बच गए सुधीर
सुधीर ने कहा, मैं हैरान हो गया और इतने भारी जुर्माने से डर गया. मैंने उनसे गुजारिश की कि मेरे पास इतना पैसा नहीं है, मुझे छोड़ दें. मैंने उन्हें बताया कि मैं भारत का क्रिकेट प्रेमी हूं और ऐसे ही कई देशों में जा चुका हूं. मगर अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी. अधिकारियों ने कहा कि वह सब समझते हैं, लेकिन नियम कायदे सभी के लिए एक हैं और उनका उल्लंघन करने पर जुर्माना तो झेलना ही पड़ेगा. सुधीर ने बताया कि तब मैंने सचिन सर का लिखा पत्र उन्हें दिखाया. जब मैँने अधिकारियों को सचिन सर का लिखा पत्र दिखाया तो उन्होंने मुझे ऊपर से नीचे तक कई बार देखा. जिसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि 'ओके, जाओ'. इसके बाद मेरी जान में जान आई और मैंने राहत की सांस ली. उसने बताया कि वह इस पत्र का प्रयोग दूतावास में जब भी करता है तो उसे वीजा मिलने में भी कोई परेशानी नहीं आती. सुधीर ने कहा, यह पत्र जादू की तरह काम काम करता है. थैंक्स टू सचिन सर.'