‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर का फिरोजशाह कोटला मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा और अंतिम मैच उनका विदाई टेस्ट हो सकता है.


इस तरह कि अटकलें लगाई जा रही हैं कि मास्टर बल्लेबाज बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारत की ऑस्ट्रेलिया पर 4-0 से जीत दर्ज करने के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं.इससे पहले वनडे क्रिकेट को मैदान से बाहर अलविदा कहने वाले तेंदुलकर के पास टेस्ट को अलविदा कहने का इससे अच्छा समय नहीं हो सकता. क्योंकि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया पर जीत का जश्न मना रही होगी. इस दौरान तेंदुलकर मैदान पर अपने प्रशंसकों की मौजूदगी में अलविदा कह सकते हैं.ऐसी अटकलें इसलिए भी लगाई जा रही हैं क्योंकि सचिन तेंदुलकर अप्रैल में 40 बरस के हो जाएंगे और दिल्ली टेस्ट के बाद भारत अगली टेस्ट सीरीज दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलेगा जो लगभग आठ महीने बाद नवंबर-दिसंबर में खेली जाएगी.


तेंदुलकर कई बार कह भी चुके हैं कि जब उन्हें क्रिकेट खेलते हुए मजा आना बंद हो जाएगा तो वह इससे अलग हो जाएंगे. इससे एक बात तो साफ है कि अभी वह इसमें मजा ले रहे हैं, लेकिन सचिन का बल्ला उनकी प्रतिष्ठा के अनुरूप नहीं चल रहा है. उन्होंने आखिरी शतक दो साल पहले बांग्लादेश के खिलाफ उन्हीं की सरजमीं पर लगाया था.

इस सीरीज में भी मास्टर ब्लास्टर के बल्ले से जिस तरह की आशा की जा रही थी वह पारी अभी देखने को नहीं मिली है. तेंदुलकर के प्रशंसक वाले उन्हें 200 टेस्ट खेलते देखना चाहते हैं. वह अब तक 197 टेस्ट खेल चुके हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh