समाजवादी स्मार्टफोन की बुकिंग के लिए बढ़ी भीड़ को साइबर कैफे संचालकों ने शुरू की वसूली

प्रति आवेदन ले रहे 50 रुपये, सरकार ने आनलाइन आवेदन कर रखा है फ्री ऑफ कास्ट

ALLAHABAD: हर यूजर को सरकार भले ही फ्री ऑफ कास्ट 'स्मार्ट' बनाने की योजना पर काम कर रही हो। लेकिन, धंधेबाजों में भी इसमें भी कमाई का जरिया खोज लिया है। नतीजा पब्लिक घंटों लाइन में भी लग रही है और सुविधा शुल्क भी पे कर रही है। इस तरफ ध्यान देने वाला भी कोई नहीं है क्योंकि पूरा खेल आनलाइन के नाम पर चल रहा है। शिकायत आई तो आई नेक्स्ट ने हकीकत जानने के लिए स्टिंग किया। इसमें चौंकाने वाला सच सामने आया।

कैफे-1

स्थान- कटरा एरिया यूनिवर्सिटी रोड

समय-दिन में डेढ़ बजे

यूनिवर्सिटी रोड पर विज्ञान संकाय के सामने स्थित एक कैफे में रिपोर्टर पहुंचा

रिपोर्टर- भाई साहब, समाजवादी स्मार्टफोन का फार्म भरवाना है। फार्म भर जाएगा?

कैफे संचालक- काफी व्यस्तता के बीच, पहले तो इधर-उधर टरकाता रहा, फिर कहा। हो तो जाता, लेकिन अब नहीं हो पाएगा। क्योंकि बीएलई-मांग रहा है। जो मेरे पास नहीं है। कहीं और देख लीजिए।

कैफे-2

रिपोर्टर कटरा में ही यूनिवर्सिटी रोड पर कापी-किताबों की दुकानों के बीच में स्थित एक साइबर कैफे पर पहुंचा। जहां कैफे संचालक आनलाइन फार्म भरने की जुगत में लगा हुआ था। उसने बकायदा पोस्टर चिपका रखा था। समाजवादी स्मार्टफोन के लिए आवेदन करें।

रिपोर्टर- भाई साहब, समाजवादी स्मार्टफोन का आवेदन करना है।

कैफे संचालक- हां हो जाएगा, क्यों नहीं होगा?

रिपोर्टर- अच्छा तो ठीक है, बताईए मुझे क्या-क्या देना होगा।

कैफे संचालक- कुछ खास नहीं। हाईस्कूल का सर्टिफिकेट, आधार कार्ड नंबर और आय प्रमाण पत्र दिखाना होगा या फिर इनकम बताना होगा। बस इसके बाद आवेदन हो जाएगा।

रिपोर्टर- भाई साहब इसके बदले में रुपया कितना लगेगा।

कैफे संचालक- ज्यादा नहीं केवल 50 रुपया। थोड़ी देर में ही हो जाएगा।

ज्यादातर कैफे पर वसूली जारी है

यूनिवर्सिटी रोड पर ही नहीं बल्कि शहर में स्थित करीब-करीब सभी साइबर कैफे पर इस तरह से वसूली की जा रही है। यूनिवर्सिटी रोड तो एक उदाहरण है। पुराने शहर के साइबर कैफे व करेली स्थित साइबर कैफे पर भी वसूली हो रही है। करेली में नुरुल्ला रोड पर स्थित एक कैफे पर समाजवादी स्मार्ट फोन आवेदन के लिए 50 रुपये लिए जा रहे हैं। लाइन में लगी शगुफ्ता ने बताया कि सुबह से ही आकर लाइन में लगे हैं तब बताया जा रहा है कि शाम को चार बजे तक नंबर आ जाएगा। जन सुविधा केन्द्र क्यों नहीं गई? के जवाब में उसका कहना था कि पता ही नहीं है कि केन्द्र है कहां। यहां आराम से काम हो जा रहा है तो वहां कौन जाए। वहां फ्री में काम हो जाएगा? इस सवाल का जवाब मिला कि फोन तो वैसे भी फ्री में ही मिलना है। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए 50 रुपए देने न देने को लेकर झगड़ा तो नहीं कर सकते।

इन्हें फार्म भरने का अधिकार कैसे?

अब सवाल उठता है कि साइबर कैफे संचालकों को आनलाइन फार्म भरने और फिर फार्म भरने के नाम पर 50 रुपये वसूलने का अधिकार किसने दिया। नियमानुसार फार्म भरने के लिए केवल सहज जन सेवा केंद्रों को ही अधिकृत किया गया है। केवल शहर की बात करें तो पूरे शहर में करीब 200 से अधिक जन सेवा केंद्र हैं, जिन्हें लोगों का आवेदन फार्म भरवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बाद भी यह नौबत है। सूत्रों का कहना है कि आनलाइन फॉर्म सब्मिट किए जाने के चलते में साइबर कैफे संचालन इनवाल्व हो गए हैं। चूकिं, फॉर्म भरने पर कोई क्वैरी नहीं हो रही है। इसलिए उनका धंधा बड़े आराम से चल रहा है। इलाहाबाद में अब तक हजारों लोग समाजवादी स्मार्ट फोन के लिए आवेदन कर चुके हैं।

रजिस्ट्रेशन के लिए चाहिए

हाईस्कूल का अंक पत्र

आधार कार्ड संख्या

मोबाइल नंबर

इनकम सर्टिफिकेट या इनकम बताएं

आनलाइन ही किया जा सकता है आवेदन

फॉर्म सब्मिट होने के बाद मोबाइल नंबर पर मैसेज आता है

मैसेज में रजिस्ट्रेशन सक्सेसफुली कम्प्लीट होना शो होता है

Posted By: Inextlive