राजर्षि टंडन सेवा केन्द्र में 'व्यक्तित्व विकास और सफलता' विषय पर सेमिनार

ALLAHABAD: जीवन में छोटा और बड़ा कुछ नहीं होता है। अखाड़े का छोटा सेवक भी पहलवान हो सकता है। इस बात को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रमाणित किया है। अपने अंदर आज से संकल्प लीजिए कि मैं समाज का व्यक्ति हूं, उसके लिए सोचता हूं और उसी के लिए काम करुंगा। क्योंकि इस धरती पर भोगवादियों का नहीं त्याग, तपस्या व बलिदानियों का सम्मान होता है। यह बातें डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने रविवार को राजर्षि टंडन सेवा केन्द्र में गांधी अकादमिक संस्थान व लोक सेवक मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 'व्यक्तित्व विकास और सफलता' विषय पर हुए सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि कही।

कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं

प्रतियोगी छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए श्री शुक्ला ने कहा कि आत्मविश्वास ऐसी चीज है जो अपने घुड़सवार को कभी गिरने नहीं देती है। इसलिए कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक है। अध्यक्षता लोक सेवक मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार चोपड़ा ने की। संचालन समाजसेवी श्री नारायण यादव ने किया। सेमिनार में जयशंकर मिश्रा, रवि शंकर मिश्रा, रिनी येशु, अशोक यादव, विनोद यादव, अरुण कुमार, सुनील कुमार, विनीत पटेल, अवधेश सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

डीजी ने किया सम्मानित

सेमिनार के दौरान डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने समाज के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले चार विशिष्टजनों को बुके, शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में ब्रह्मा प्रकाश, संजीव कुमार पांडेय, सुनील यादव व विक्रम यादव शामिल रहे।

Posted By: Inextlive