शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स तथा निफ्टी सोमवार को मामूली रूप से उछल कर बंद हुए। ग्लोबल स्तर पर पाॅजिटिव ट्रेंड होने के बावजूद थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई डब्ल्यूपीआई बढ़ने की वजह से बाजार की शुरुआती तेजी पर ब्रेक लग गया।


मुंबई (पीटीआई)। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 32.02 अंक या 0.05 प्रतिशत तेजी के साथ 60,718.71 अंक के स्तर पर पहुंच कर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 6.70 अंक या 0.04 प्रतिशत उछाल के साथ 18,109.45 अंक के स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स पैक में पावरग्रिड टाॅप गेनर रहा। इसका शेयर 3 प्रतिशत तक उछल कर बंद हुआ।टाटा स्टील सेंसेक्स पैक में टाॅप लूजरतेजी के साथ बंद होने वाले सेंसेक्स में शामिल अन्य शेयरों में आईटीसी, एशियन पेंट्स, नेस्ले इंडिया तथा कोटक बैंक रहे। वहीं दूसरी ओर सेंसेक्स में शामिल टाटा स्टील, एमएंडएम, बजाज ऑटो तथा एसबीआई के शेयर भारी बिकवाली के दबाव में टूट गए तथा नुकसान के साथ लाल निशान में बंद हुए।दोपहर के बाद बाजार ने खो दी बढ़त


आनंद राठी में फंडामेंटल इक्विटी रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि एशियाई बाजारों के मिलेजुले रुख के बावजूद सोमवार को भारतीय शेयर बाजार पाॅजिटिव नोट के साथ खुले। कंज्यूमर खर्चों में बढ़ोतरी के आंकड़ों के बावजूद चीनी शेयर बाजार में शेयर बाजार में सौदे नीचे भाव पर किए गए। दोपहर सत्र के बाद बाजार ने अपनी बढ़त खो दी और हेल्थकेयर, आईटी तथा टेक शेयरों में सौदे मामूली तेजी के साथ हुए।थोक महंगाई के बढ़ने से बाजार की तेजी रुकी

सोलंकी ने कहा कि अक्टूबर 2021 के महंगाई के बढ़ते आंकड़ों की वजह से शेयर बाजार की बढ़त को ब्रेक लग गया। थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई अक्टूबर में बढ़ कर 12.54 प्रतिशत पहुंच गई। पिछले महीने सितंबर में यह 10.66 प्रतिशत पर थी। वहीं एक साल पहले इसी महीने यानी अक्टूबर 2020 में यह 1.31 प्रतिशत पर थी। कच्चे तेल तथा विनिर्मित वस्तुओं के भाव बढ़ने से महंगाई बढ़ी तथा लगातार सातवें महीने यह दोहरे अंक में बनी हुई है।कच्चा तेल 81.08 डाॅलर प्रति बैरलएशिया में शंघाई के शेयर बाजारों में कारोबारी सौदे नुकसान के साथ बंद हुए। वहीं हांगकांग, टोक्यो तथा सियोल के शेयर बाजारों में सौदे लाभ के साथ खत्म हुए। यूरोपीय शेयर बाजारों में कारोबार के दौरान मिड सेशन सौदे लाभ के साथ किए गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का सौदा 1.33 प्रतिशत नीचे 81.08 डाॅलर प्रति बैरल के भाव पर किया गया।

Posted By: Satyendra Kumar Singh