सोमवार को फीफा की एक अदालत ने सेप ब्‍लाटर और माइकल प्‍लातिनी पर आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया है। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि इन दोनों ने अपने-अपने पद का दुरुपयोग किया है।

जुर्माना भी लगाया गया
खबरों की मानें, तो यह बैन प्लातिनी को 20 लाख स्विस फ्रैंक्स (लगभग 13.31 करोड़) के भुगतान के मामले में लगाया गया है। ब्लाटर और प्लातिनी पर फुटबॉल से जुड़ी सभी गतिविधियों पर तुरंत प्रभाव से बैन लगा दिया गया है। फीफा की 1998 से कमान संभाल रहे ब्लाटर पर 50,000 स्विस फ्रेंक्स और यूएफा के निलंबित प्रमुख तथा फीफा उपाध्यक्ष प्लातिनी पर 80,000 फ्रेंक्स का जुर्माना लगाया गया। अदालत की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, दोनों ने अपने पदों का दुरुपयोग किया है।
हितों के टकराव का मामला
फीफा की अदालत ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप खारिज कर दिया लेकिन उन्हें हितों के टकराव का दोषी पाया। बयान में कहा गया, ना तो लिखित बयान में और ना ही सुनवाई के दौरान ब्लाटर इस भुगतान का कोई वैधानिक आधार बता सके। यही नहीं प्लातिनी को भी हितों के टकरावका दोषी पाया गया। अदालत ने कहा कि, 'पूरी विश्वसनीयता और नैतिकता के साथ काम करने में नाकाम रहे। वह अपने फर्ज के प्रति लापरवाह रहे। वह फीफा के नियामक ढांचे और कानून का सम्मान करने में विफल रहे। गौरतलब हो कि, ब्लाटर और प्लातिनी को अक्टूबर में अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया गया था जब स्विस अभियोजकों ने 2011 में पैसों के स्थानांतरण की आपराधिक जांच शुरु की थी।

inextlive from Sports News Desk

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari