- परिवार की एक युवती ने छोड़ सभी ने खाया था खाना

- मुसीबत में नहीं उठा पुलिस कंट्रोल रूम का फोन

आगरा। खाना खाकर सोया पूरा परिवार घर में सुबह बेहोश मिला। परिवार की एक युवती ने खाना नहीं खाया था, जिसके चलते सुबह उसकी आंखें खुल गई। परिवारीजनों को बेहोश देख आननफानन में कई बार पुलिस कंट्रोल रूम फोन किया, लेकिन नहीं उठा। बाद में क्षेत्रीय लोगों की मदद से परिजनों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने सब्जी और आटे के सैंपल जांच को भेज दिए।

युवती ने खाया बुआ के घर खाना

घटना थाना एत्माद्उद्दौला के फाउंड्री नगर की है। राधा नगर निवासी श्यामवीर (55) एक प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं। यहां पत्नी गुड्डी देवी, बेटे सोनू, अमित, मुकेश व बेटी पूजा, प्रीति के साथ रहते हैं। सोनू व अमित की शादी हो चुकी है। सोनू के दो साल का बेटा दिव्यांश व अमित के 10 महीने की बेटी दिव्या है। एक जनवरी को प्रीति ने पास ही रहने वाली बुआ कुशमा के यहां खाना खाया था। शाम साढ़े चार बजे वह घर आ गई। प्रीति को छोड़ रात साढ़े आठ बजे सभी ने घर पर खाना खाया। खाने में गोभी की सब्जी खाई। रात 10 बजे तक सभी सो गए।

नहीं उठा फोन

सुबह चार बजे प्रीति ने दिव्या के रोने की आवाज सुनी तो उसकी आंख खुल गई। कमरे पर दस्तक दी लेकिन दरवाजा नहीं खुला। किसी तरह भाभी सपना को जगाया। भाभी ने दरवाजा खोला, लेकिन तुरंत सो गई। सुबह सात बजे के बाद तक घर के किसी सदस्य के न उठने पर वह दहशत में आ गई। मां गुड्डी देवी व भाई मुकेश को उल्टियां होने लगीं। पड़ोस में रहने वाली रजनी पुत्री खमानी पूजा की सहेली है। उसने भी उसी के घर खाना खाया था। वह भी बेहोश हो गई। पड़ोसी मुरारी लाल अग्रवाल ने पौने 10 बजे करीब कई बार कंट्रोल रूम फोन किया, लेकिन नहीं उठा। क्षेत्रीय लोग परिवारीजनों को प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर आए। बाद में सभी को एसएन में एडमिट कराया। चौकी पर सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची। आटा और सब्जी का सैम्पल जांच के लिए भेजा। आशंका है कि कहीं खाने में किसी ने कुछ मिला तो नहीं दिया। प्रीति ने घर में किसी प्रकार की लूटपाट की बात से इनकार किया है।

Posted By: Inextlive