कभी इंटरनेट सर्च मशीन से सफर शुरू करने वाले गूगल की 17वीं सालगिरह आज पूरी दुनिया बना रही हैं। आखिर इन 17 सालों ने गूगल ने जो मुकाम हासिल किया वह इतना आसान नहीं था। अपनी बेहतर कार्यशैली की वजह से ही गूगल आज ई-मेल फोटो और वीडियो गूगल मैप और मोबाइल फोन जैसे कई हाईटेक क्षेत्रों में अपनी मजबूत जगह बना चुका है। सबसे खास बात तो यह है कि हाल ही में गूगल ने अपना लोगों भी बदला है। ऐसे में आइए इस खास दिन पर जाने गूगल से जुड़ी 6 खास बातें...


ये हैं संस्थापकगूगल को आज से 17 साल पहले अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और उद्योगपति लैरी पेज ने किया था। इसकी स्थापना में इनकी मदद में सर्गी ब्रिन रहे। जिससे आज भी लैरी पेज और सर्गी ब्रिन को Google Guys के नाम से पहचाना जाता है। इन्होंने कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की। पहला नाम 'बैक रब'गूगल का असली यानी कि मुख्य नाम बहुत ही कम लोगों को पता है। जब गूगल की स्थापना हुई थी तब गूगल के संस्थापकों सर्जी ब्रेन और लैरी पेज ने सबसे पहले अपने सर्च इंजन का नाम 'बैक रब' रखा था। हालांकि कुछ समय बदलकर गूगल रख दिया गया।सबसे अधिक सर्च की जाती
गूगल को लेकर सबसे खास बात यह है अब यह दुनिया में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली साइट है। google.com आज दुनिया भर में सर्च की जाती है। यूजर्स जिन सेवाओं को मुफ्त समझते हैं, गूगल को उन्हीं के बल पर कहीं और से कमाई होती है।शेयर मार्केट में भी छाई


आज के समय में इंटरनेट के अधिक इस्तेमाल से ही गूगल के शेयर काफी तेजी से चढ़ रहे हैं। गूगल ने अगस्त 2004 में शेयर बाजार में कदम रखा तो तब उसके शेयर 85 डॉलर में बिके थे। इस समय उसके शेयर करीब शेयर करीब 614 डॉलर से अधिक में खरीदे जा रहे हैं।70 फीसदी से बाजार परस्मार्टफोन की दुनिया में भी गूगल लोकप्रिय हो चुका है। 2005 में गूगल एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर कंपनी को खरीदकर इसका मालिक बन गया। इसके एंड्रॉइड की लोकप्रियता के चलते आज स्मार्टफोन के करीब 70 फीसदी से ज्यादा बाजार पर यह छाया है।सुंदर पिचाई नए सीईओअभी हाल ही में गूगल ने अपने ऑर्गनाइजेशन में बड़ा बदलाव किया। जिसमें गूगल ने नई पेरेंट कंपनी अल्फ़ाबेट बनाई। इस इई अल्फाबेट कंपनी के CEO लैरी पेज बने और उन्होंने भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को गूगल कंपनी का नया सीईओ बना दिया।

Posted By: Shweta Mishra