मेरी मुहब्बतें मेरी नाकामी की वजह नहीं: शाहिद
लेकिन आज भी उनसे उनकी आने वाली फ़िल्म के बारे में पूछने से पहले ये पूछा जाता है कि क्या पिछले कुछ समय में मिली नाकामी की वजह उनके बहु-चर्चित प्रेम संबंध हैं?बीबीसी से शाहिद ने कहा, ''मेरे जीवन में कोई संबंध हैं या नहीं हैं, उससे किसी पर क्या असर पड़ता है. मेरे निजी जीवन में अगर कोई उथल पुथल चल भी रही है तो उसे मैं फ़िल्म के सेट पर तो नहीं ले जा सकता. किसी फ़िल्म के सफल या असफल होने से मेरे अफेयर का क्या लेना देना है.''
वो कहते हैं, ''एक अभिनेता के जीवन में ऐसा कई बार होता है कि उसकी सफलता और असफलता के लोग कई कारण सोच लेते हैं. लोग ये सोच कर बैठ जाते हैं कि अरे शाहिद की एक अदद प्रेमिका ज़्यादा हो गई है इसलिए इसकी फिल्में नहीं चल रही हैं. लेकिन फ़िल्म तो एक निर्देशक बनता है. मैं या मेरी गर्लफ्रेंड नहीं. लेकिन लोग इसी तरह चीज़ों को देखते हैं. मैं किसी को कोई दोष नहीं दे रहा लेकिन मैं चीज़ों को वैसे नहीं देखता.’’
शाहिद कहते हैं जब 'फटा पोस्टर निकला हीरो' फ़िल्म के निर्माता रमेश तुरानी उनके पास इस फ़िल्म का प्रस्ताव लेकर आए तो उन्होंने झट से हां कर दी.इसमें शाहिद अपने रोल के बारे में कहते हैं, ''फ़िल्म में मेरे किरदार का नाम है विश्वास राव. मेरा जो किरदार है वो बचपन से ही एक अभिनेता बनने के सपने देखता है. वो चाहता है कि उसके बड़े बड़े पोस्टर लगें. लेकिन उसकी मां चाहती है कि वो एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर बने. फ़िल्म में बहुत बढ़िया कॉमेडी है.''राजकुमार संतोषी ने इस फिल्म का निर्देशन किया है.
शाहिद तो यहां तक कहते हैं कि उन्होंने 'फटा पोस्टर निकला हीरो' में राजकुमार संतोषी की नक़ल उतारी है. वो कहते हैं, ''जैसा जैसा राज जी कहते गए मैं हूबहू वैसा वैसा करता चला गया.''