एडीजी ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया खुलासा, पुलिस ने गैंग सरगना सहित 7 मेंबर्स को दबोचा

280 मोबाइल फोन, छह लैपटॉप, एक राइफल, एक तमंचा और दो गाड़ी बरामद

तीन पुलिस वालो का नाम आया सामने, तीनों को किया निलंबित

Meerut। पुलिस ने गुरुवार को मोबाइल लूटने वाले ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो देश के कई राज्यों से मोबाइल लूटने के बाद बैंकाक, नेपाल, चाइना समेत अन्य कई देशों में खपाकर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस ने ऐसे 7 बदमाशों गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 280 मोबाइल, छह लैपटॉप, एक राइफल, तमंचा समेत दो गाड़ी भी बरामद की हैं। हालांकि गैंग के 6 लुटेरे अभी फरार हैं। इस गैंग के पकड़े जाने के बाद पता चला कि एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल भी इस गैंग से जुड़े थे। जिनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। वहीं डीजीपी ने पचास हजार रूपये का ईनाम देकर पुलिस टीम को सम्मानित किया है। दरअसल, मेरठ क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और पुलिस टीम ने मिलकर इस गैंग खुलासा किया है।

गैंग से जु़ड़े 80 लुटेरे

शरद गोस्वामी निवासी माधवपुरम बीते करीब पांच साल अपना गैंग चला रहा था। पुलिस ने बताया कि शरद के गैंग से करीब 80 बदमाश जुड़े हैं, जो चार-चार की टीम बनाकर यूपी, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, समेत कई अन्य राज्यों में मोबाइल, लैपटॉप, पर्स चोरी आदि की घटनाओं को अंजाम देते हैं। गैंग के मेंबर भीड़-भाड़ वाले इलाकों समेत बस अड्डों, मेट्रो व रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों समेत परीक्षा केंद्रों पर वारदात को अंजाम देते हैं।

अन्य देशों में बेचे करोड़ों के मोबाइल

पुलिस के मुताबिक गैंग के मेंबर चोरी और लूटे हुए मोबाइल देश से बाहर चाइना, नेपाल और बैंकॉक जैसे देशों में बेचते हैं। गैंग अब तक करोड़ों रुपये के मोबाइलों को ठिकाने लगा चुका है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड लेने की तैयारी कर रही है। जिससे देश और देश से बाहर गैंग के हर कनेक्शन तक पहुंचा जा सके। सूत्रों के मुताबिक गैंग से कई सफेदपोश के नाम भी जुड़ते दिख रहे हैं, जिसकी पड़ताल में पुलिस जुटी है।

तीनों पुलिस वालो का निलंबन

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सहारनपुर में तैनात एक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाही जिनमें से एक लिसाड़ी गेट और एक ब्रह्मपुरी थाने में तैनात है, का भी इस गैंग से कनेक्शन सामने आया है। जिसके बाद तीनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर जांच शुरू कर दी गई हैं। इनकी संपत्ति की भी जांच कराई जाएगी।

इनकी हुई गिरफ्तारी

1. शरद गोस्वामी निवासी माधवपुरम, ब्रह्मपुरी

2. इरफान निवासी न्यू ईदगाह कालोनी, लिसाड़ी गेट

3. अमित गोस्वामी निवासी भोला रोड आनंद विहार कालोनी कंकरखेड़ा

4. अमरीश गिरी निवासी सेक्टर तीन माधवपुरम, ब्रह्मपुरी

5. शलभ गोस्वामी निवासी माधवपुरम सेक्टर तीन ब्रह्मपुरी

6. आकिब निवासी लोकमानपुरा किरतपुर, बिजनौर

7. आलिब निवासी लोकमानपुरा किरतपुर, बिजनौर

ये चल रहे है फरार

1. महफूज निवासी रसीदनगर, ब्रह्मपुरी

2. मतलूब उर्फ बाबा निवासी रसीद नगर, ब्रह्मपुरी

3. नदीम निवासी कोटला बाजार, देहली गेट

4. नदीम निवासी मुंबई

5. सल्लू निवासी मुंबई

6. चांद निवासी तारापुरी, लिसाड़ी गेट

रोजाना का टारगेट होता था 70

पुलिस के मुताबिक गैंग के सरगना शरद द्वारा दिल्ली में बैठे गैंग के खास गुर्गे को देशभर में फैले गैंग के मेंबर्स से रोजाना 70 मोबाइल और लैपटॉप इकट्ठा करने का टारगेट दिया जाता था। टारगेट के मुताबिक गैंग के मेंबर्स देश के अलग-अलग राज्यों से चोरी और लूटे गए मोबाइल व लैपटॉप रोजाना दिल्ली पहुंचाते थे। यहां से गैंग खास मेंबर्स सारे माल को लेकर मोदीनगर या फिर शाप्रिक्स मॉल के पास गैंग के सरगना शरद गोस्वामी के हवाले करते थे। पुलिस के मुताबिक शरद को इन जगहों पर व्हाट्सऐप कॉल के जरिए ही बुलाया जाता था। यहां से शरद सारा माल लेकर बिजली बंबा बाईपास पर भगवती कुंज अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट पर पहुंचता था। फ्लैट पर वह मोबाइल और लैपटॉप का पासवर्ड क्रेक करके उन्हें 100 के पैकेट में पैक करके बेचने के लिए आगे गैंग के मेंबर्स को सप्लाई कर देता था।

बैंकाक, नेपाल और चाइना में सप्लाई

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि लूट और चोरी के मोबाइलों और लैपटॉप को गैंग सरगना शरद दरअसल मुंबई में अपने कनेक्शन नदीम को ट्रेन पार्सल के जरिए भेजता था। मुंबई से नदीम इन मोबाइल और लैपटॉप के पैकेट्स को बैंकाक, नेपाल और चाइना में अपने कनेक्शंस के पास ठिकाने लगा देता था। हर डिलीवरी के बाद मिली रकम से नदीम अपना कमीशन काटकर बची रकम शरद के अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था।

बैंक अकाउंट में करोड़ों का लेन-देन

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि शरद के परिजनों समेत केनरा बैंक में चार बैंक एकाउंट चला रहे हैं। जिसमें करोड़ों रूपये के लेन-देन के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। सभी एकाउंट्स में धनराशि के लेन-देन संबंधी डिटेल बैंक से मंगाई जा रही है।

बैंक खातों की डिटेल

शरद की मां के बैंक अकाउंट में गत 15 महीने में 86 लाख 62 हजार 768 रूपये का लेन-देन हुआ है।

शरद की पत्नी के बैंक अकाउंट में गत 15 महीने में एक करोड़ 84 लाख 15 हजार 634 रूपये का लेन-देन हुआ है।

शरद के एक एनआरआई बैंक अकाउंट में 12 महीने में 62 लाख 46 हजार 673 रूपये का लेन-देन हुआ है।

शरद के एक अन्य बैंक अकाउंट में 15 महीने में 1 लाख 43 हजार 889 रूपये का लेन-देन हुआ है।

Posted By: Inextlive