शारदीय नवरात्रि की नवमी पर देवी मंदिरों से लेकर घरों में हुआ हवन-अनुष्ठान

विधि विधान से कन्याओं का किया गया पूजन

ALLAHABAD: शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि को देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया गया। कन्या पूजन के लिए सुबह से ही गली-मोहल्लों में उल्लास का माहौल दिखाई देने लगा। हवन व अनुष्ठान के समापन पर कहीं नौ तो कहीं पांच-पांच की संख्या में कन्याओं का पांव पखारकर पूजन किया गया। माथे पर तिलक लगाकर उन्हें हलुआ, पूड़ी व मिठाई का भोजन कराया गया। कन्याओं का पैर छू कर आशीर्वाद लिया गया। साथ ही यथा संभव दान-दक्षिणा भी दी गई।

मंदिरों में दिनभर हुआ पूजन

मीरापुर स्थित मां कल्याणी देवी मंदिर के परिसर में पं। श्यामजी पाठक की अगुवाई में परिसर में 101 कन्याओं का पांव धोकर विधि-विधान से पूजन किया गया। मां ललिता देवी मंदिर के परिसर में हरि मोहन वर्मा व धीरज नागर की देखरेख में 151 कन्याओं का पूजन कर उन्हें दक्षिणा प्रदान की गई। इन मंदिरों में मीरापुर के आसपास के लोगों ने भी पहुंचकर कन्याओं का पूजन किया। पूजन का यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। अलोपशंकरी मंदिर में दारागंज, अल्लापुर व अलोपीबाग क्षेत्र के लोग सुबह से ही मंदिर के परिसर में कन्या पूजन के लिए जुटे रहे। विशाल संकल्प संस्था ने मिंटो पार्क, बोट क्लब व चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बगल में स्थित पार्क में मलिन बस्तियों की कन्याओं का पूजन किया। संयोजिका अंजलि केसरी की अगुवाई में कन्याओं का पैर धुलकर, तिलक लगाकर उनसे हवन कराया गया और दक्षिणा दी गई।

आभूषणों से सजीं माता रानी

शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन शुक्रवार को मां भगवती के नौवें सिद्धिदात्री स्वरूप का पूजन-अर्चन किया गया। शुक्रवार का दिन और नवमी तिथि होने की वजह से मां ललिता देवी, मां कल्याणी देवी, अलोपशंकरी व मां खेमामाई मंदिर में आस्थावानों की भारी भीड़ उमड़ी। मां कल्याणी व मां ललिता देवी का श्रृंगार स्वर्ण चक्र, मुकुट व चांदी के आभूषणों से किया गया। मां का अलौकिक श्रृंगार देख भक्तों ने खूब जयकारा लगाया। अलोपशंकरी मंदिर व मां कल्याणी देवी मंदिर में चल रहे शतचंडी यज्ञ में दर्जनों भक्तों ने आहुतियां डाली। मां को लाल चुनरी व नारियल चढ़ाने के लिए मंदिरों के बाहर लम्बी कतार लगी रही तो दूरदराज के क्षेत्रों से पहुंचे भक्तों ने निशान चढ़ाया।

Posted By: Inextlive