नसीरुद्दीन के पाक प्रेम को लेकर उठे सवाल, अब हुआ आमना 'सामना'
आखिर क्या हुआ नसीरुद्दीन शाह को
सामना के संपादकीय में लिखा है, 'अच्छे लोग अचानक बिगड़ क्यों जाते हैं? विशेषतया अक्सर सयानेपन और संयम से व्यवहार करनेवाले अच्छे भले लागे पाकिस्तान प्रेम की सीढि़यों से कब सरककर गिर पड़ते हैं उसका अंदाज भी नहीं लगा करता. पॉपुलर एक्टर नसीरुद्दीन शाह के मामले यह बात साफ घटित होते हुए दिखाई दे रही है. उन्होंने हिंदुस्तान की जनता से सवाल पूछा है कि पाकिस्तान के खिलाफ हिंदुस्तानियों के मन में इतना द्वेष और विष किस लिए है?'
दिमाग ठिकाने नहीं है
इसके आगे सामना में लिखा है, 'नसीरुद्दीन शाह इस सवाल का जवाब मुंबई पर कसाब और उसके साथियों द्वारा किए गए हमलों में जो निर्दोष लोग मारे गए उनके माता-पिता से जाकर पूछे?' यही नहीं शिवसेना ने यहां तक लिख दिया कि नसीरुद्दीन शाह की बातों से लगता है कि उनका दिमाग ठिकाने पर नहीं है. सामना में आगे लिखा गया, 'पाकिस्तान की भूमि पर पैर रखते ही वह भ्रमित हो गए. हिंदुस्तानी लोगों को पाकिस्तान के यजमान अपनी बातों से वश में करते हैं.'
एक ही पल में गंवा दिया
नसीरुद्दीन के बयान से नाराज शिवसेना ने सामना में आगे लिखा, 'नसीरुद्दीन ने बीते तमाम वर्षों में जो कुछ कमाया है वो एक ही पल में गंवा दिया है. पाकिस्तान में उन पर काला जादू तो नहीं कर दिया गया. नसीरुद्दीन तो कभी ऐसे नहीं थे.' फिलहाल नसीरुद्दीन शाह का यह कमेंट आगे कहां तक जाता है, यह तो वक्त बताएगा लेकिन तमाम भारतीयों को यह नागवार गुजरा.