- आरोपी महिला डॉक्टर को थाने से मिली जमानत, हिरासत में लिए उसके पति को भी छोड़ा

- शिकायत की बिना पर हरियाणा की मेडिकल टीम ने मारा छापा, रंगे हाथ छह हजार के साथ पकड़ा

- थाने में आईएमए समेत, सत्तापक्ष ने बनाया दबाव, यूपी पुलिस ने की पैरोकारी, एंबुलेंस बुलाकर भेजा घर

Meerut : हरियाणा चिकित्सा और पुलिस विभाग की संयुक्त छापामार कार्रवाई मेरठ में सत्ता के दबाव में घुटने टेक गई। एमएलसी सरोजनी अग्रवाल की बहन सविता गर्ग और उनके पति विनोद गर्ग को हरियाणा की टीम ने स्टिंग ऑपरेशन कर गिरफ्तार किया। टीम अभी मेरठ की सीमा पार भी न कर पाई थी कि थाना सिविल लाइंस पुलिस ने सभी को वापस थाने बुला लिया। पुलिस भ्रूण जांच के आरोपी दंपति की पैरवी में लग गई तो वहीं राज्यमंत्री, आईएमए समेत शहर के डॉक्टर्स ने टीम पर दबाव बना लिया। सुप्रीम कोर्ट के कानून का हवाला देकर आरोपियों को थाना सिविल लाइंस से ही मुचलके पर जमानत दे दी गई। हालांकि आरोपियों की 30 दिसंबर को जींद न्यायालय में पेशी है, जहां तय होगा कि गंभीर अपराध के आरोपियों को जेल भेजा जाए या उनकी जमानत को बहाल रखा जाए।

ऐसे हुआ स्टिंग ऑपरेशन

हरियाणा के स्वास्थय अधिकारियो को 3 से 4 शिकायतें मिलीं थीं कि बच्चा पार्क स्थित डॉ। सविता गर्ग के अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भ्रूण का लिंग परीक्षण किया जाता है। शिकायत के बाद डॉ। सविता गर्ग के पति भी डॉक्टर हैं और उनके रिश्ते एमएलसी सरोजनी अग्रवाल से हैं। हरियाणा के जींद जिले के डिप्टी कमिश्नर विनय सिंह यादव, सिविल सर्जन डॉ। दीपा जाखर और एसपी अभिषेक पोरवॉल ने एक रणनीति के तहत डॉ। सविता गर्ग से लिंग परीक्षण के संबंध में बातचीत की। उन्होंने एक महिला के भ्रूण का लिंग कराने की पूरी सेटिंग की। डॉ। सविता से जो भी बातचीत हुई उसकी करीब 54 घंटे की वॉयस रिकॉर्डिंग टीम के पास मौजूद है। लिंग परीक्षण का सौदा 6 हजार रुपए में तय हुआ।

बुधवार को लिंग परीक्षण

डॉक्टर से बात तय होने के बाद बुधवार को टीम अपने साथ एक गर्भवती महिला को ले आई। डॉक्टर की टीम ने महिला का अल्ट्रासाउंड परीक्षण किया और रिपोर्ट के लिए 21 दिसंबर को आने के लिए कहा। परीक्षण के बाद डॉक्टर को टीम ने छह हजार रुपए कैश दिए। जो कैश दिया गया था वह कोटेड था ताकि उसकी पहचान की जा सके। जैसे ही टीम ने कैश दिया, उसके बाद सिविल सर्जन डॉ। सतीश सुलेख, डिप्टी पब्लिक हेल्थ नर्सिग ऑफीसर ऊषा जलाला, लीगल एडवाइजर विकास वेसवाला और जींद थाना इंस्पेक्टर कुलवंत ंिसह समेत 5 सिपाहियों ने शाम 3:30 बजे अल्ट्रासाउंड यूनिट पर छापा मारा दिया।

मशीन समेत दस्तावेज जब्त

छापा मारने के बाद सेंटर पर हड़कंप मच गया। डॉ। विनोद गर्ग और सविता उनपर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। टीम ने मौके से अल्ट्रासाउंड मशीन और कई सारे दस्तावेज जब्त कर लिए। इन दस्तावेजों में उन लोगों के नाम हैं जिन्होंने अब तक लिंग परीक्षण कराया है। दोनों डॉक्टर्स ने रौब दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी उन्होंने कई नेताओं व आईएमए के डॉक्टर्स को फोन कर दिया।

थाने में जमकर हंगामा

छापा मारने के बाद टीम ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को इंफॉर्म किया। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने उठा लाई। थाने में पहुंचते ही आईएमए के वर्तमान प्रेसीडेंट व पूर्व प्रेसीडेंट समेत कई डॉक्टर्स पहुंच गए। वहां पर जमकर हंगामा हुआ। वे एफआईआर लिखने नहीं दे रहे थे। यही नहीं नेताओं के फोन भी टीम व पुलिस के पास आने लगे। यहां तक कि डॉक्टर्स ने हरियाणा के कुछ प्रभावी लोगों से भी फोन कराए। देर रात थाने में हंगामा चलता रहा।

एफआईआर दर्ज कर आई थी टीम

हरियाणा की पूरी टीम पुख्ता तैयारी के साथ आई थी। जो भी बातचीत थी उसकी वाइस रिकॉर्डिग तो थी ही साथ ही जींद थाने में मंगलवार को ही रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। आरोपी डॉक्टर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 336, 417, 420 और 3, 3ए, 23 पीएनडीटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया था।

Posted By: Inextlive