इन दिनों उत्‍तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है क्‍योंकि यहां के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में बगावत की चिंगारियां फूट पड़ी हैं और सब की निगाह इस पर लगी है कि पिता पुत्र का साथ देगा या भाई की बात मानेगा या फिर चाचा और भतीजे में हो जायेगी सुलह। ये परिवार है प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश सिंह यादव का यादव परिवार क्‍या आप जोड़ सकते हैं इस परिवार में किसका किससे क्‍या रिश्‍ता है इसकी कड़ी को। चलिए इसी क्रम में हम आपको थमाते हैं भारत के राजनीतिक परिवारों की उलझी डोर आपको उसे सुलझा कर जोड़ना है रिश्‍तों को रिश्‍ते से।


देश में है परिवारवाद का बोल बालाआज के दौर में गौर से देखा जाए तो भारत में राजनीति भी एक तरह का पैतृक व्यवसाय बन गया है। नेता का बेटा तो नेता बनता ही है, परिवारवाद के बढ़ते प्रभाव के चलते घर के और रिश्त नातेदार भी इस क्षेत्र में उतर आते हैं। इस फलते फूलते व्यवसाय में अब रिश्तों की डोर इस कदर उलझ गयी है कि याद रखना कठिन है कि कौन किसका क्या है। इसीलिए हम आपके लिए लाये हैं कुछ सवाल इन्हीं राजनीतिक घरानों से जुड़ और आपको इनके बारे में हमें बताना है।

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Posted By: Molly Seth