फास्ट ट्रैक कोर्ट देगी आरोपियों को सजा
'Justice delayed is justice denied'. ये स्लोगन पब्िलक ने दिल्ली गैंगरेप मामले में जस्िटस की डिमांड करते हुए प्रोटेस्ट के दौरान यूज किए थे. गैंगरेप पर इतना प्रोटेस्ट हुआ कि हाईकोर्ट ने भी इस मामले को सीरियसली लिया. जिसके बाद हाईकोर्ट ने रेप के मामलों को सॉल्व करने के लिए अलग से 5 फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का ऑर्डर दिया. इन 5 फास्ट ट्रैक कोर्ट में से पहली फास्ट ट्रैक कोर्ट का वेडनेसडे को चीफ जस्िटस ऑफ इंडिया अल्तमास कबीर ने उदघाटन किया. गैंगरेप विक्िटम केस से होगी शुरुआत
गेंगरेप विक्िटम केस के साथ ही फास्ट ट्रैक कोर्ट अपना काम करना शुरू कर देंगी. गुरुवार को गैंगरेप विक्िटम केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में शुरू होगी. इन कोर्ट में हर रोज रेप के मामलों की सुनवाई होगी. जिसके बाद जल्द ही जस्िटस मिलने की उम्मीद की जा सकती है. पहली फास्ट ट्रैक कोर्ट के बाद बाकी की 4 फास्ट ट्रैक कोर्ट भी जल्द ही काम करना शुरू कर देंगी. वकील नहीं लड़ेंगे आरोपियों का केस
जहां पूरे देश में गैंगरेप आरोपियों के खिलाफ गुस्सा है वहीं वकीलों ने भी साफ कर दिया है कि वे गैंगरेप आरोपियों की तरफ से केस की पैरवी नहीं करेंगे. जिसके बाद कोर्ट गुरुवार को यह डिसीजन लेगा कि वह अपनी तरफ से उनको कोई वकील मुहैया कराए. वैसे आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है. जिसके आधार पर दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की है जिसे वह गुरुवार को ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश करेगी. बस मालिक भी हुआ अरेस्ट दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट सब्िमट करने से पहले बस उस बस मालिक को भी अरेस्ट किया है जिसकी बस में गैंगरेप हुआ था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि उससे पूछताछ करने के लिए अरेस्ट किया गया है. इस केस से जुड़ी जानकारियां चार्जशीट में जोड़ने के लिए उसे अरेस्ट किया गया है.