दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त और एक्टर युवराज सिंह का कहना है कि बाॅलीवुड पार्टियों में कोकीन लेना आम बात है। यही नहीं फिल्म सेट पर एकटर्स वीड भी लेते हैं।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। अभिनेता-निर्माता युवराज एस सिंह दिवंगत स्टार सुशांत सिंह राजपूत के करीबी मित्र हैं। वह कहते हैं न केवल बॉलीवुड में ड्रग कल्चर प्रचलित है, बल्कि यह इंडस्ट्री में भी कदम रखने का एक तरीका है। उन्होंने दावा किया कि अधिकांश ए-लिस्ट अभिनेताओं को कोकीन की लत है। युवराज ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "1970 के दशक से शायद बहुत समय तक ड्रग्स का कारोबार होता रहा है। उस समय चीजें अलग थीं। इतना एक्सपोजर या सोशल मीडिया नहीं था। अब यह उजागर हो रहा है। फिल्म इंडस्ट्री में कई लोग हैं जो कोकीन लेते हैं। कई अभिनेता और फिल्म निर्माता हैं जो ड्रग्स पर घूम रहे हैं और यही वजह है कि यह पागलपन वास्तव में हो रहा है।'

सेट पर लिया जाता है ड्रग
उद्योग में प्रचलित दवाओं के बारे में बताते हुए, "बेइमान लव" अभिनेता ने कहा, "वीड सिगरेट की तरह है। कैमरापर्सन से लेकर तकनीशियन तक, सेट पर लोग सामान्य रूप से वीड लेते हैं। बॉलीवुड पार्टियों में ज्यादातर कोकीन इस्तेमाल होता है। फिर एमडीएमए है, जिसे एक्स्टसी, एलएसडी भी कहा जाता है, जिसे एसिड भी कहा जाता है। केटामाइन भी है, ये ऐसे नशीले पदार्थ हैं जिनसे 15 से 20 घंटे तक नशा रहता है। कोकीन सबसे हार्ड ड्रग्स है। इंडस्ट्री में कम से कम आठ ऐसे बड़े एक्टर हैं जो इसका सेवन करते हैं, अगर उन्हें नहीं रोका गया तो वे मर जाएंगे।

लाॅबिंग के काम आता है ड्रग्स
युवराज ने बताया कई मौकों पर उन्हें भी ड्रग्स की पेशकश की गई है। एक्टर ने आगे कहा, 'यह बहुत सामान्य है। कई लोग इस तरह से काम करते हैं। वे ड्रग्स लेते हैं और फिर पार्टियों में जाते हैं। यह घूमने-फिरने का तरीका है। वास्तव में, इसके कारण लोगों को काम मिल रहा है। यदि आप सही लोगों, सही नायक, अभिनेत्री और निर्देशक के साथ ड्रग्स करते हैं, तो आप एक लॉबी और एक कनेक्शन बनाते हैं, और यह उसी तरह की मानसिकता है जिस पर बॉलीवुड काम करता है। वे एक माहौल बनाते हैं, कंपनी बनाते हैं और उस सर्कल में काम करना पसंद करते हैं।'

नाम का क्यों नहीं करते खुलासा
जब युवराज ने इन एक्टर्स को ड्रग लेते देखा तो उनके नाम सबसे सामने क्यों नहीं लाते। इस पर एक्टर ने कहा, 'मुझे पता है कि ये लोग (ड्रग्स) का सेवन करते हैं, लेकिन मेरे पास इसे साबित करने के लिए सबूत या तस्वीरें नहीं हैं। वे मुझ पर एक काउंटर केस दर्ज कर सकते हैं। मुझे इसमें अपना नाम नहीं चाहिए। इसके अलावा, मैं इस उद्योग में काम कर रहा हूं और वे मेरी फिल्मों में तोड़फोड़ करने की कोशिश करेंगे। वे मेरे वितरकों से मेरी फिल्म को रिलीज न करने के लिए कहेंगे।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari