'बॉलीवुड' का रिक्शावाला
35 साल के दीपक पिछले 13 सालों से मुंबई की सड़कों पर ऑटो चला रहे हैं. लेकिन पिछले चार सालों में उन्होंने जो किया उसकी वजह से वो 'बॉलीवुड का रिक्शा वाला' कहलाने लगे. दरअसल उन्होंने अपने ऑटो को बिलकुल फ़िल्मी ऑटो की तरह सजाया है. इसकी प्रेरणा उन्हें कई बॉलीवुड फ़िल्मों से मिली.फ़िल्म 'अकेला' में अमिताभ बच्चन जिस तरह से अपनी कार को सजाकर रखते हैं और उसे 'रामप्यारी' नाम दिया. फ़िल्म 'मेला' में आमिर ख़ान, फ़िल्म 'कारवां' में जीतेंद्र जैसे कलाकारों के ट्रक जिस तरह से सजावट से भरपूर होते हैं वैसे ही दीपक ने अपने ऑटो की सजावट में पूरा ध्यान दिया है.सुविधा संपन्न ऑटो
दीपक कहते हैं, "चार साल पहले जब मैंने ये सब शुरू किया था तो लोग मुझ पर हंसते थे. कहते थे इतना पैसा खर्च करने की क्या ज़रूरत है. लेकिन मैंने उनकी नहीं सुनी. आज जो मेरे रिक्शे में बैठता है वो मुझे कभी भूल नहीं पाता."
इतनी सुविधाएं देने के बाद भी दीपक का दावा है कि वो अपनी सवारियों से एक पैसा भी अतिरिक्त चार्ज नहीं करते. दीपक दिन भर में क़रीब 800 रुपए ही कमा पाते हैं लेकिन फिर वो अपने ऑटो की देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ते.दीपक बताते हैं, "जब मेरे सजे हुए ऑटो को देखकर लोग पूछते हैं कि किराया कितना है तो मैं कहता हूं कि जो मीटर से बने वो देना. ये सुनकर सवारियां ख़ुश हो जाती हैं."दीपक के ऑटो में सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देने वाली बातों से लेकर ग्लोबल वॉर्मिंग के ख़तरों के बारे में भी आगाह किया गया है.
दीपक चाहते हैं कि आने वाले समय में वो अपने ऑटो में इंटरनेट और कूलर भी लगाना चाहते हैं.दीपक की तमन्ना है कि वो आमिर ख़ान को अपने ऑटो मे बैठाकर सैर कराएं. आमिर की तरह दीपक भी मुंबई के बांद्रा इलाके में रहते हैं. फ़र्क ये है कि वो बांद्रा की एक निम्न मध्यमवर्गीय कॉलोनी में रहते हैं.दीपक बताते हैं कि उनके ऑटो को देखकर कई यात्री ने उनका नंबर मांगते रहते हैं. इस वजह से अब उन्होंने अपना विज़िटिंग कार्ड भी बनवा लिया है.