डॉक्टर्स की तर्ज पर कांट्रैक्ट नर्सो को भी मिले वेतन
- स्टेट की नर्सो को चार मंथ से नहीं मिला है वेतन
- करीब तीन हजार कांट्रैक्ट नर्से कर रही हैं कामPATNA: बार-बार वेतन के लिए मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल के ऑफिसर्स के सामने धरना-प्रदर्शन, सर्विस रिन्यूअल और महीनों देरी से वेतन मिलना स्टेट की कांट्रैक्ट नर्सो की हकीकत है। इसे लेकर यहां का बुरा हाल है। बिहार कांट्रैक्ट ए ग्रेड नर्सेज एसोसिएशन की महासचिव प्रमिला कुमारी का कहना है कि यहां की नर्सो को वेतनमान दिया जाए और उनकी जॉब स्थायी की जाए। इस संबंध में ख्ब् फरवरी को नर्सो का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिला। प्रमिला ने इस बारे में एक मांग पत्र उन्हें सौंपा है, जिसमें उन्होंने विशेष परिस्थितियों में क्98म् में डॉक्टर्स की सीधी नियुक्ति के मामले के आधार पर नर्सो की नियुक्ति करने की मांग की है। जानकारी हो कि यहां स्टेट भर की करीब तीन हजार कांट्रेक्ट नर्से आठ साल से विभिन्न जिलों में कार्य कर रही हैं।
चार महीने से नहीं मिला वेतनपीएमसीएच में पिछले चार महीने से कांट्रैक्ट नर्सो का वेतन लंबित है। ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। इसे लेकर एक हफ्ते पहले पीएमसीएच के सुपरिंटेंडेंट डॉ लखींद्र प्रसाद का घेराव किया था। ख्ब् फरवरी को भी इसे लेकर मांग की गई, लेकिन अभी तक इनके लिए वेतन का आवंटन नहीं आया है। प्रमिला ने कहा कि इससे पहले कांट्रैक्ट नर्सो की स्थायी बहाली में इंटरव्यू का पेंच लगाकर इस प्रॉसेस से बाहर किया गया।