- वेंटीलेटर के सहारे लड़ रहा है जिंदगी और मौत की जंग

- स्वीमिंग पुल में ताला डालकर मालिक हुआ फरार

Meerut : स्वीमिंग पुल में तैरते हुए एक किशोर डूबने लगा तो बामुश्किल उसे बाहर निकाला गया। लोगों ने उसे गंभीर हालत में केएमसी हास्पिटल में भर्ती कराया, जहां पर वह वेंटीलेटर के सहारे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।

क्या है मामला

माधवपुरम खत्ता रोड भूषण शर्मा मंडी में आढ़ती का काम करते है। उनका 17 वर्षीय बेटा उदित शर्मा ऋषभ एकेडमी में 11 वीं कक्षा में पढ़ता है। रविवार सुबह उदित घर से क्रिकेट खेलने के लिए गया था। सुबह 11 बजे उदित के दोस्तों ने सूचना दी कि उनका बेटा स्वीमिंग पुल में डूब गया है। उसे गंभीर हालत में केएमसी में भर्ती कराया है।

कैसे डूबा उदित

भूषण शर्मा ने बताया कि उनका बेटा उदित शर्मा खत्ता रोड स्थित वाटर किंगडम नाम से स्वीमिंग पुल में अपने दोस्तों के साथ स्वीमिंग करने गया था। अब उसे किसी ने धक्का दिया या उसे डूबाया, इसका पता नहीं चल पाया है। आसपास के लोगों ने बताया कि उसके डूबने के बाद सारे दोस्त उसे छोड़कर फरार हो गए। एक युवक ने उसे गंभीर हालत में उसे केएमसी में भतर्1ी कराया।

मौत का स्वीमिंग पुल

खत्ता रोड में बने आठ सौ गज में बने वाटर किंगडम स्वीमिंग पुल पर कोई तैराकी कोच या बचाव के साधन नहीं थे। इसलिए उदित काफी देर तक पानी में डूबता रहा। अगर वहां पर ट्रेनर होते तो उसे जल्दी से पानी से बाहर ि1नकाल लेते।

लापरवाह प्रशासन

आसपास के लोगों ने बताया कि इस स्वीमिंग पुल में पहले भी दो बच्चे डूब चुके है, लेकिन फिर भी प्रशासन ने इसे बंद नहीं कराया।

स्वीमिंग पूल होगा सील

एडीएम सिटी मुकेश चंद्र ने माधपुरम खत्ता रोड स्थित स्वीमिंग पूल में छात्र के गिरने की घटना को गंभीरता से लेते हुए एसीएम को मौका मुआयना के निर्देश दिए हैं। एसीएम ब्रह्मापुरी ने मौके पर जाकर स्थिति देखी, यह स्वीमिंग पूल अवैध है और प्रशासन की बिना अनुमति के संचालित हो रहा है। एडीएम सिटी ने एमडीए अधिकारियों को भी पूल के निर्माण में मानकों के परीक्षण के निर्देश दिए हैं। सोमवार को संयुक्त टीम पूल का मौका मुआयना करेगी। फिलहाल स्वीमिंग पूल पर पुलिस ने अपना ताला डाल दिया है।

घर के बाहर खेलती मासूम को निगल गया नाला

मेरठ। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में घर के बाहर खेलती ढाई वर्षीय मासूम की नाले में डूबकर मौत हो गई। काफी देर बाद परिजनों ने बच्ची की सुध ली तो उसका शव नाले में तैरता हुआ मिला। शव मिलते ही मोहल्ले में कोहराम मच गया। शव को नाले से निकलवाकर बिना किसी कार्यवाही के परिजनों ने दफना दिया।

ऐसे हुआ हादसा

रोहटा रोड फाजलपुर निवासी मनोज मजदूरी करता है। उसके तीन बच्चे हैं। रविवार को सुबह करीब 9 बजे ढाई वर्षीय पुत्री अंशिका घर के बाहर खेल रही थी। करीब 11 बजे परिवार वालों ने उसकी सुध ली तो वह आसपास कहीं नहीं मिली। कुछ देर बाद लोगों ने मासूम अंशिका का शव नाले में तैरता देखा तो कोहराम मच गया। लोगों ने शव को बाहर निकाला। अनुमान लगाया जा रहा है कि खेलते-खेलते मासूम अंशिका पैर फिसलने से नाले में गिर गई और उसकी मौत हो गई। बाद में परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना शव को दफना दिया।

Posted By: Inextlive