- वीआईटी की ओर से ऑर्गनाइज आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज सेमिनार-2016 में उमड़ा स्टूडेंट्स का हुजूम

- इंजीनियरिंग में कुछ कर दिखाने की चाह रखने वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स ने किया पार्टिसपेट

- दो सेशन में वीआईटी के बारे में स्टूडेंट्स को मिली इंफॉर्मेशन

GORAKHPUR: 'काबिल बनो, कामयाबी झक मारकर पीछे भागेगी' 2009 में आई मूवी थ्री इडियट्स का डायलॉग आज के यूथ का फ्यूचर संवारने के लिए बिल्कुल सटीक बैठता है। कुछ कर दिखाने की चाह रखने वाले लाखों यूथ बस सोच लेते हैं कि उन्हें यह बनना है, लेकिन उसके लिए वह किस हद तक तैयार हैं, उसके बारे में कोई नहीं सोचता। यूथ की थिंकिंग से नजरअंदाज इस पहलू का अहसास बुधवार को उन्हें यूनिवर्सिटी के संवाद भवन में हुआ। मौका था डीडीयूजीयू के दीक्षा भवन में वीआईटी की ओर से ऑर्गनाइज आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज सेमिनार-2016 का, जहां फील्ड और कॅरियर एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को कॅरियर संवारने की राह दिखाई। इसमें मेन फोकस इंजीनियरिंग फील्ड में कॅरियर बनाने वाले स्टूडेंट्स पर रहा। दो दिनों तक दो-दो घंटे तक चले कुल चार सेशंस में स्टूडेंट्स को अपने कॅरियर की सही राह तो दिखी ही, साथ ही उन सवालों के जवाब भी मिले, जो उन्हें हमेशा ही परेशान किया करते थे।

'मशरूम' से जरा बचकर

इस वक्त जो एरा चल रही है, वह इंजीनियर्स की है। सिर्फ इंजीनियरिंग में ही नहीं बल्कि कोई भी ऐसी फील्ड नहीं है, जहां इंजीनियरिंग का इस्तेमाल न हो, चाहे वह हॉस्पिटल हो या फिर घर, बड़े मॉल्स हों या फिर कंप्यूटर हर जगह इंजीनियरिंग इनवॉल्व है। आज देश में हर बड़ी पोजीशन पर इंजीनियर्स ही जलवा बिखेर रहे हैं। चाहे वह पॉलिटिक्स में यूपी सीएम अखिलेश यादव हों, या फिर क्रिकेट में अनिल कुंबले के साथ ही बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह, स्पो‌र्ट्स से श्रीकांत और साहित्य में चेतन भगत, सभी इंजीनियर्स हैं, लेकिन सभी अपना कॅरियर खुद चुना और उसमें इनवॉल्व हुए। आज देश में मशरूम की तरह कॉलेज बढ़ते जा रहे हैं, जो डिग्री तो दे रहे हैं, लेकिन इंजीनियरिंग नहीं करा रहे हैं। स्टूडेंट्स को जरूरत है इन मशरूम से बचकर रहें। उन्हें सही कॅरियर का सेलेक्शन करना है, तो पहले वह उस यूनिवर्सिटी या कॉलेज के बारे में ठोक-बजाकर जानकारी हासिल कर लें। आजकल इंटरनेट का जमाना है, जिससे उनको काफी फायदा मिलेगा।

डेडीकेशन के साथ करें तैयारी

फेमस कॅरियर काउंसलर अरुणेंद्र सोनी ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और फ्लिपकार्ट के फाउंडर डायरेक्टर्स सचिन बंसल और बिन्नी बंसल का हवाला देते हुए बताया कि यह देश के वह इंजीनियर्स हैं, जिन्होंने अपनी अलग पहचान बनाकर खुद को ब्रांड के तौर पर स्थापित किया। एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि देश में 80 परसेंट इंजीनियर्स ऐसे हैं जो नौकरी के काबिल ही नहीं है। स्टूडेंट्स ने जितना पढ़ा, अगर अपनी स्टडी के अहम 20 परसेंट कंटेट पर ही फोकस कर लें, तो निश्चित ही उन्हें कामयाबी मिलेगी। इसलिए जरूरी है कि एक एम बनाकर उसी राह पर आगे बढ़ें, खुद को अपने वर्क और प्रोफेशन में इस तरह से ढाल लें कि सभी उन्हें अपने साथ लेने के लिए परेशान रहें।

वीडियो में दिखी वीआईटी की खासयित

सेमिनार के दौरान वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) से आए एक्सप‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी की खूबी के बारे में इंफॉर्मेशन दी। इसके साथ ही एक वीडियो के थ्रू वीआईटी की पूरी इंफॉर्मेशन विजुअली स्टूडेंट्स से शेयर की। वीआईटी एक्सपर्ट ने बताया कि सभी यूनिवर्सिटीज और इंजीनियरिंग कॉलेजेज से वीआईटी को एक बात अलग करती है। वह है फुली फ्लेक्सिबल क्रेडिट सिस्टम (एफएफसीएस)। इसके थ्रू स्टूडेंट्स के पास यह मौका होता है कि वह जिस सब्जेक्ट, जिस टीचर का चाहे सेलेक्शन कर सकता है। इसके साथ ही फीस में भी स्टूडेंट्स को काफी रियायत है। टॉप 15 में आने वाले स्टूडेंट्स की 75 परसेंट फीस भी माफ की जाती है। वहीं टॉप 50 में आने वाले स्टूडेंट्स को 50 परसेंट कनसेशन मिलता है।

दीप प्रज्जवलन से हुई शुरुआत

आई नेक्स्ट के इस सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। इस दौरान कॅरियर कोच अरुणेंद्र सोनी, प्रो। रघुराम, डॉ। धर्मेद्र सिंह राजपूत के साथ लोकल गेस्ट डॉ। पीके सिंह और डॉ। अरुण पांडेय ने दीप प्रज्जवलित किया। दूसरे सेशन में गेस्ट के तौर पर प्रवीन पांडेय और डॉ। विनीत मौजूद रहे।

एक्टिविटी में मिले प्राइज

इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए खास एक्टिविटी ऑर्गनाइज की गई, जिसमें विनर बनने पर उन्हें सम्मानित किया गया। इसके साथ ही दोनों सेशन में अलग-अलग लकी ड्रॉ भी हुआ, जिसमें विनर्स को सम्मानित किया गया।

इन स्कूल्स ने किया पार्टिसपेट

नवल्स नेशनल एकेडमी, राप्तीनगर

नवल्स नेशनल एकेडमी, कुसम्ही

नवल्स नेशनल एकेडमी रुस्तमपुर

नवल्स नेशनल एकेडमी, फुलवरिया

स्प्रिंगर लोरेटो ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज

जेपी एजुकेशन एकेडमी

स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज

आरपीएम एकेडमी

सेंट्रल एकेडमी

लिटिल स्टार एकेडमी

एडी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज

Posted By: Inextlive