-31 अक्टूबर की रात राकेश श्रीवास्तव के यहां हुई थी लूट

-क्राइम ब्रांच ने लूट करने वाले दोनों बदमाशों को दबोचा

-डेली सोप देखकर बनाई लूट की योजना

ALLAHABAD: क्या आपने कभी चेक किया है कि बच्चा टेलीविजन पर क्या देख रहा है? उसे क्राइम से रिलेटेड डेलीसोप ही क्यों पसंद हैं? उसकी मानसिकता पर क्राइम सीन देखने का कोई असर तो नहीं पड़ रहा है? उसके बिहैवियर में कोई चेंज तो नहीं है? इसे कभी नोटिस नहीं लिया है तो इस खबर को ध्यान से पढ़ें। चौंकाने वाली कहानी है। धूमनगंज में पिछले दिनों हुई लूट का खुलासा होने के बाद कुछ ऐसा ही फैक्ट सामने आया है। इंटर के छात्र ने अपने साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।

इंटरमीडिएट का छात्र है आशू

आशू केसरवानी बेसिकली राजरूपपुर एरिया का रहने वाला है और इंटरमीडिएट में स्टडी करता है। उसके पिता बिजनेसमैन हैं। आशू की फ्रेंडशिप मोहल्ले के ही नीरज मिश्रा के साथ है। नीरज स्टडी छोड़ चुका है। आलमोस्ट एक एज ग्रुप का होने की वजह से दोनों साथ में रहते थे और टीवी भी साथ में देखते थे। न तो कभी उसके घर वालों ने जानने की कोशिश की कि दोनों साथ में क्या करते हैं और न ही वह समझ सके कि इस उम्र में उनके दिमाग में क्या चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से वे दोनों क्राइम स्टोरीज पर बेस्ड एक डेलीसोप लगातार देख रहे थे। इसका उनके दिमाग पर गहरा असर पड़ा। उन्हें लगा कि वह भी आसानी से किसी को भी टारगेट बनाकर लूट सकते हैं। बचाव का रास्ता भी उन्हें नजर आ रहा था।

पड़ोस की फैमिली को चुना

पुलिस के मुताबिक दोनों ने लूट की प्लानिंग कर ली। अब उन्हें एक ऐसे घर की तलाश थी जो साफ्ट टारगेट हो। इसके लिए उन्होंने मोहल्ले में ही रहने वाले राजेश श्रीवास्तव के घर को टारगेट किया। राजेश के घर में ज्यादा लोग नहीं थे। यह उन्होंने पहले ही पता लगा लिया था। घटना की रात साढ़े दस बजे दोनों प्लानिंग के तहत काम पर निकल गए। खुद की सुरक्षा के लिए उन्होंने अपने पास चाकू रखा था।

चाकू से किया था हमला

बाउंड्री फांदकर दोनों आसानी से राकेश के घर में पहुंच गए। संयोगउ से राकेश को कुछ लोगों के घर में इंट्री करने की भनक लग गई और वह उनके सामने आ गए। दोनों में हाथापाई हो गई। यह देख उन्होंने चाकू निकाला और राकेश पर हमला कर दिया। आशू ने अपना चेहरा छिपाने के लिए रुमाल बांध रख था जबकि नीरज का चेहरा खुला था। चाकू से हमले के बाद राकेश की फैमिली डर गई। उन्होंने कहा कि आपको जो भी ले जाना है ले लो, लेकिन मारो मत। बदमाशों ने आसानी से मोबाइल फोन, लैपटाप, ब्000 रुपए और ज्वैलरी लूट कर भाग निकले।

सर्विलांस की मदद से पकड़े गए

इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद रिपोर्ट दर्ज कर लिया था। क्राइम ब्रांच की टीम घटना की पड़ताल में जुटी थी। इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी ने इस मामले में सर्विलांस की मदद से शनिवार को दोनों लड़कों को ट्रेस कर अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने बताया कि नीरज और आशु की निशानदेही पर लूट का सामान भी बरामद हुआ है। धूमनगंज पुलिस ने लूट का खुलासा करते हुए दोनों बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

रुपए ले लो मेरे पापा को छोड़ दो

लूट की पड़ताल करने पहुंची पुलिस भी उस वक्त दंग रह गई जब पता चला कि बदमाशों से अपने पिता को बचाने के लिए पांच साल का एक मासूम भी दया की भीख मांग रहा था। हुआ यूं था कि जब दोनों ने राकेश श्रीवास्तव पर चाकू से हमला किया तो यह सीन देखकर परिवार का हर सदस्य सन्नाटे में आ गया। आलमीरा से रुपए निकालने के दौरान एक पांच रुपए का नोट नीचे गिर गया था। जिसे राकेश के पांच साल के बेटे ने उठाया और बदमाशों को देते हुए कहा था कि ये रुपए ले लो और मेरे पापा को छोड़ दो। उन्हें मत मारो।

Posted By: Inextlive