भारत सरकार के सलाहकार ने शिक्षकों का बढ़ाया हौसला

प्राथमिक व पूमावि के प्रधानाध्यापकोंके लिए आयोजित हुई कार्यशाला

ALLAHABAD: शिक्षक खुद को सरकारी नौकर की तरह न देखें। क्योंकि वो समाज सुधारक की भूमिका निभाते हैं। समाज को शिक्षकों से बहुत ही अपेक्षाएं हैं। ये बातें बुधवार को प्राथमिक एवं पूर्व मा। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की वर्कशाप में रिटायर्ड आईएएस व सलाहाकार भारत सरकार राकेश मैत्रेय ने कही। संगीत समिति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने बलबूते पर समाज की दिशा व दशा बदल सकते हैं। अपने सेवा काल के अनुभवों को साझा करते हुए मैत्रेय ने कहा कि शिक्षक को गर्व से बताना चाहिए कि वह शिक्षक हैं। इसके पहले परम्परागत तरीके से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

घर-घर में हो शौचालय

शिक्षकों को संबोधित करते हुए राकेश मैत्रेय ने शौचालयों के निर्माण को बढ़ाने पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि घर-घर में शौचालय होना चाहिए, तभी हमारे घर की बहू बेटियां सुरक्षित रह सकती हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वह प्रतिदिन स्कूल के बच्चों को प्रेरित करें कि वह अपने अभिभावकों पद दबाव डालकर घर में शौचालय निर्माण कराएं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि जिस पेड़ में फल होते हैं, लोग उस पर पत्थर मारते हैं। उपलब्धियां दर्द से ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। इसके पहले बीएसए राजकुमार यादव ने राकेश मैत्रेय व सीडीओ अटल कुमार राय को बुके भेंट किया। बीएसए ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन के पीछे जिलाधिकारी संजय कुमार की प्रेरणा रही है। कार्यक्रम में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद पाण्डेय, खण्ड शिक्षाधिकारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive