भारत में 5 सितंबर को टीचर्ड डे मनाया जाता है। इस दिन हर कोई अपने गुरु से आशीर्वाद लेता है और उन्हें गिफ्ट देता है। भारतीय क्रिकेट टीम ने भी वनडे इतिहास में कई बार अपने गुरुओं यानी कोच को इस दिन जीत का तोहफा दिया।


कानपुर। भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास काफी पुराना है। साल 1990 में टीम इंडिया को पहला कोच मिला था। तब से लेकर कई कोच आए और गए। मगर पहचान सिर्फ उन्हें मिली जो खास कर गए। ऐसे ही दो कोच हैं जाॅन राइट और गैरी कर्स्टन जिन्हें टीम इंडिया ने टीचर्स डे पर मैच जीतकर जीत का तोहफा दिया। आइए जानें कब-कब खेले गए थे ये मैच..पहला मैच खेला गया 2004 में


टीम इंडिया ने वनडे में कुल 509 मैचों में जीत दर्ज की है मगर इनमें सिर्फ दो बार ऐसा मौका आया जब भारत ने 5 सितंबर को जीत का स्वाद चखा। पहला अवसर आया था साल 2004 में, उस वक्त भारतीय टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। सीरीज का तीसरा और आखिरी वनडे क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लाॅर्ड्स मैदान पर खेला गया। तब टीम इंडिया की कमान सौरव गांगुली के हाथों में थी और कोच थे जाॅन राइट। भारत ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। गांगुली और द्रविड़ के अर्धशतक की बदौलत भारत ने 204 रन बनाए, हालांकि दादा 10 रन से शतक से चूक गए। लाॅर्ड्स में भारत ने दर्ज की जीत

मेजबान इंग्लैंड को अब जीत के लिए 205 रन बनाने थे। सभी को लगा कि भारत ये मैच हार जाएगा मगर भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी के दम पर मैच पलट दिया। इंग्लैंड की पूरी पारी 181 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड को सस्ते में समेटने में आशीष नेहरा और हरभजन सिंह का अहम योगदान रहा। दोनो गेंदबाजों ने 3-3 विकेट लिए, वहीं इरफान पठान ने दो और युवराज ने एक विकेट लेकर 200 रन के अंदर ही इंग्लैंड का बोरिया बिस्तर समेट दिया। इसी के साथ भारत ने ये मैच 23 रन से जीत लिया और भारतीय टीम ने अपने कोच व गुरु जाॅन राइट को जीत का तोहफा दिया।दूसरा मैच खेला गया 2007 में

टीचर्स डे पर भारत को दूसरी जीत साल 2007 में मिली, हालांकि इस बार भी भारत ने इंग्लैंड का शिकार किया। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया सात मैचों की वनडे सीरीज खेलने इंग्लैंड गई थी। सीरीज का छठवां मैच लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान पर खेला गया। इंग्लैंड ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया और ओवेस शाह के शतक की बदौलत मेजबान टीम ने निर्धारित ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 316 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने आठ विकेट खोकर 317 रन बनाकर दो विकेट से जीत दर्ज कर ली। इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 94 रन की पारी खेली और मैन ऑफ द मैच बने। इसी के साथ भारत ने तत्कालीन कोच गैरी कर्स्टन को टीचर्स डे पर जीत का तोहफा दे दिया।Teacher's Day 2019 : कोहली के गुरु ने रखा था उनका 'चीकू' नाम, काफी मजेदार है इसके पीछे की कहानी

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari