ईरान में पिछले चार साल में पहली बार सोमवार को सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और ट्विटर का पेज खुलने लगा. ईरानी नागरिकों को लगा कि सरकार ने सोशल मीडिया से पांबदी हटा ली है लेकिन यह महज उनकी गलतफहमी थी. मंगलवार को एक ईरानी अधिकारी ने स्पष्ट किया कि तकनीकी दिक्कतों के चलते नागरिकों को सोशल साइट्स को एक्सेस करने का मौका मिला. ईरान में 2009 से सोशल मीडिया पर पांबदी है.


प्रतिबंध हटाने की बात से इनकारईरान में वेबसाइटों की निगरानी के लिए बनी समिति के सचिव अब्दुल समद खुर्रमबदी ने प्रतिबंध हटाने की बात से इन्कार करते हुए कहा कि ईरानी इंटरनेट सेवा प्रदाता (आइएसपी) में कुछ तकनीकी दिक्कतों की वजह से सोमवार को लोग सोशल साइट्स को एक्सेस कर सके. तकनीकी समिति इन गड़बड़ियों की जांच कर रही है.विदेश मंत्री ने खोला अकाउंटनए ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पिछले महीने पदभार संभालने के बाद राजनीतिक और सामाजिक प्रतिबंधों में ढील दिए जाने की बात कही थी. विदेश मंत्री जावेद जारिफ ने फेसबुक और ट्विटर पर अपना अकाउंट खोला है जिससे ईरानियों में उम्मीद जगी है कि जल्द ही इन वेबसाइटों को प्रतिबंध मुक्त किया जा सकता है.आलोचनाओं के बाद लगा दी रोक
हालांकि कुछ लोग चोरी छिपे सोशल साइट्स का इस्तेमाल करते हैं. उल्लेखनीय है कि 2009 में पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के दोबारा निर्वाचित होने के बाद चुनाव में धांधली को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे. सोशल मीडिया पर अहमदीनेजाद की आलोचनाओं की झड़ी लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था.

Posted By: Satyendra Kumar Singh