- ढाई हजार में असलहा बेच रहे थे कारोबारी

- डिमांड होने पर कैरियर पहुंचाते रहे डिलीवरी

GORAKHPUR:

तमंचा फैक्ट्री में बने असलहों की सप्लाई ऑन डिमांड हो रही थी। महज 25 सौ रुपए में बताए गए एड्रेस पर मौत का सामान पहुंचाकर कैरियर रुपए कलेक्ट कर लेते थे। गगहा एरिया में चल रही तमंचा फैक्ट्री पर छापेमारी कर पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्ट किया। उनके पास से चार तमंचे, कारतूस और असलहा बनाने का सामान बरामद हुआ। एसएसपी के निर्देश पर हुई कार्रवाई में असलहा खरीदने वालों की जानकारी पुलिस जुटा रही है।

सुबह चार बजे पुलिस ने बोला धावा

पुलिस की कार्रवाई में कई अपराधी जेल भेजे गए हैं। ज्यादातर मामलों में बदमाशों के पास अवैध तमंचे और कारतूस भी बरामद हुए। लेकिन तब पुलिस यह पता लगाने में नाकाम रही कि असलहे कहां से आ रहे हैं। इस लापरवाही को लेकर एसएसपी ने काफी नाराजगी जताई। मीटिंग में अवैध असलहा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। उनके निर्देश पर जिलेभर के एसओ हड़बड़ा गए। कुछ अपराधियों से पूछताछ के बाद गगहा के चेड़वा के एक मकान में असलहा फैक्ट्री चलने की जानकारी मिली। सोमवार सुबह करीब चार बजकर 10 मिनट पर पुलिस टीम ने छापेमारी की। इस दौरान तीन लोगों को रंगेहाथ पकड़ लिया। तीनों भट्ठी जलाकर तमंचा बना रहे थे। वहां फैक्ट्री में तीन बने हुए तमंचे, तमंचा बनाने के सामान और अन्य उपकरण बरामद हुए।

घर में तमंचा बनाकर बाहर देते थे सप्लाई

पकड़े गए लोगों की पहचान गगहा के चेड़वा निवासी बैजनाथ विश्वकर्मा, बैजनाथ के बेटे दिनेश और देवरिया जिले के सरावखुर्द निवासी जय नारायण के रूप में हुई। बैजनाथ अपने बेटे और सहयोगी जयनारायण यादव संग मिलकर तमंचे बनाता था। खरीद की डिमांड आने पर तमंचे की सप्लाई दिनेश करता था। पिता-पुत्र सहित तीनों ने पुलिस को बताया कि एक तमंचा बनाने में पांच से छह सौ रुपए का खर्च आता है। ढाई से तीन हजार रुपए में तमंचे आराम से बिक जाते हैं। एसपी साउथ ने बताया कि करीब 20 साल पूर्व बैजनाथ तमंचा बनाने के आरोप में जेल गया था। छूटने के बाद दूसरे काम में लग गया। पुलिस का ध्यान हटने पर दोबारा तमंचा बनाना शुरू कर दिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया उनके पास से कई लोगों ने असलहे खरीदे हंै।

वर्जन

अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। तीन लोगों को पुलिस ने तमंचा बनाते हुए पकड़ा। तीनों से पूछताछ कर असलहा सप्लाई की डिटेल जुटाई जा रही है। शहर से लेकर देहात तक इनका कारोबार फैला हुआ था।

विपुल कुमार श्रीवास्तव, एसपी साउथ

Posted By: Inextlive