सरपंच चुनाव में उम्‍मीदवारी के लिए जब हरियाणा का एक परिवार अयोग्‍य था तो उन्‍होंने अपने कांस्‍टेबल बेटे की शादी पढ़ी-लिखी बहू से करा दी। बहू ने आते ही अपनी उम्‍मीदवारी का न सिर्फ पर्चा भर दिया बल्कि चुनाव भी जीत कर सरपंच भी बन गई। 27 दिन की इस सरपंच बहू और घरवालों की होशियारी के चर्चे अब हरियाणा से बाहर भी होने लगे हैं।


चुनाव लड़ने के लिए तैयार होने पर हुई शादीहरियाणा के रोहतक जिला के गांधार गांव निवासी सोनू दिल्ली पुलिस में सिपाही हैं। सोनू की मां पांचवीं पास हैं। नए नियम के चलते वह पंचायत चुनाव में उम्मीदवार नहीं बन सकती थी। ऐसे में इस परिवार ने चुनाव से 27 दिन पहले 13 दिसंबर को सोनू की कोर्ट मैरिज रजनी से करवा दी। शादी से पहले ही रजनी को यह बता दिया गया था कि उसे पंचायत में चुनाव लड़ना है। रजनी एमएसी बीएड के साथ नेट क्वालीफाई हैं। शादी के 13 दिन बाद ही 26 दिसंबर को रजनी ने गांधार से सरपंच पद के लिए नामांकन भर दिया। रजनी चुनाव जीत भी गई।अपनी ससुराल को बनाएंगी आदर्श गांव
रजनी ने बताया कि उनकी सास सिर्फ पांचवीं तक पढ़ी हैं। शादी के तुरंत बाद चुनाव के लिए नामांकन भर दिया था। अभी शादी की मेंहदी भी हथेलियों से नहीं उतर पाई थी कि चुनाव परिणाम आ गया। रजनी कहती हैं कि अब उन्हें अपने गांव को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आदर्श ग्राम योजना के तहत अब अपने ससुराल के गांव को विकसित कर उसे आदर्श गांव बनाना है।

Posted By: Prabha Punj Mishra