RANCHI : रांची रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को भी यात्री परेशान रहे। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की काफी भीड़ जमा थी। मुरी से रांची की ओर आने वाली अधिकतर ट्रेनें चार से 8 घंटे तक लेट थी। वहीं हटिया और रांची से खुलने वाली ट्रेनों के बारे में पूछने पर रेल अधिकारियों ने बताने से इनकार कर दिया। कई ट्रेनों के लेट हो जाने और रद्द हो जाने के कारण यात्री परेशान रहे। पैसेंजर्स यहां-वहां डेरा डालकर बैठे थे तो बिस्तर डालकर आराम फरमा रहे थे। रांची से ट्रेन पकड़ने आए कुछ लोग तो ट्रेनों का स्टेटस जानकर वापस लौट गए। वहीं रांची के बाहर से आए पैसेंजर्स के पास ट्रेनों का वेट करने के अलावा कोई चारा नहीं था।

राजधानी चार घंटे लेट

राजधानी एक्सप्रेस अपने समय से करीब चार घंटे लेट रांची पहुंची। वहीं इसके बाद हावड़ा-हटिया-हैदराबाद भी अपने समय से लेट थी। हावड़ा से रांची आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस भी अपने समय से थोड़ा लेट पहुंची तो पटना रांची जनशताब्दी भी अपने निश्चित समय से लेट आई। इसके बाद हटिया से आनंदविहार जाने वाली स्वर्णजयंती एक्सप्रेस के खुलने की घोषणा हुई। स्वर्णजयंती एक्सप्रेस रांची से खुलने वाली पहली ट्रेन थी।

ये ट्रेनें कैंसिल

8620-दुमका रांची एक्सप्रेस

13404-वनांचल एक्सप्रेस

नहीं काटा जा रहा था टिकट

टिकट काउंटरों पर पैसेंजर्स की भीड़ लगी थी। पर टिकट नहीं काटा जा रहा था। पूछने पर काउंटर पर बैठे अधिकारियों ने बताया जब ट्रेन आएगी तब टिकट काटा जाएगा। वहीं इंक्वायरी काउंटर पर पैसेंजर्स की भीड़ थी और लोग ट्रेनों के बारे में पूछ रहे थे।

बुधवार को हुई थी घटना

बुधवार सुबह 6.30 में रांची के पास कीता-गौतमधारा अपलाइन पर एक मालगाड़ी के 21 डिब्बे बेपटरी हो गए थे। जिससे अप-डाउन दोनों लाइनें बाधित थी। बुधवार देर रात तक मालगाड़ी के डिब्बों को हटाकर पटरी को दुरुस्त कर लिया गया था। और फंसी हुई ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया गया।

पेशेंट्स के लिए फैसिलिटी नहीं

प्लेटफार्म पर मौजूद एक यात्री सोनू पांडेय ने बताया कि उसके पिता को ब्रेन ट्यूमर है। और वह अपने पिता के लेकर दिल्ली जाने वाला है। झारखंड स्वर्णजयंती एक्सप्रेस लेट होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। स्टेशन पर मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए हम जमीन पर ही उन्हें सुलाने को मजबूर है।

Posted By: Inextlive