केरल में भीड़ द्वारा एक आदिवासी की निर्ममता से हत्या करने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि एक 35 साल के आदिवासी शख्स पर एक दुकान से सामान चोरी करने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने जमकर पीटा और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।


आदिवासी की पीटकर हत्यादरअसल, केरल के पलक्कड़ जिले में मधु नाम के एक आदिवासी व्यक्ति पर चोरी का आरोप लगाते हुए भीड़ ने इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यह घटना गुरुवार शाम की है, जहां स्थानीय लोगों ने चोरी का आरोप लगाकर पहले मधु के हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद मुस्कुराते हुए उसके साथ की एक सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट की और बाद में उसे डंडे और लात-घूंसों से मारते हुए अधमरा कर पुलिस के हावाले दिया।

पंजाब की युवती ने ब्वॉयफ्रेंड से संबंध छिपाने के लिए रची ऐसी झूठी कहानी, जिसने सबको हिलाकर रख दियाअस्पताल ले जाने के दौरान मौत
जानकारी के मुताबिक पुलिस जब उस आदिवासी पुरुष को घायल अवस्था में अस्पताल लेकर जा रही थी, तो उसे रास्ते में ही उल्टियां होने लगीं और बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि मधु नाम का ये शख्स केरल में सबसे अधिक पिछड़े आदिवासी क्षेत्र अटापड्डी का रहने वाला था। मधु पिछले कुछ महीनों से मुक्काली के निकट के जंगलों में रहता था। पुलिस ने की गिरफ्तारी


पुलिस ने इस मामले में अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि पांच लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। अगाली के डीएसपी टी के सुब्रमणियम ने इस मामले में बताया कि 'मृतक मानसिक रूप से बीमार था, वह दिन में जंगल में रहता था और रात को मुक्काली और थवालम कस्बों के दुकानों से सामान चुराता था। इस मामले की जांच चल रही है। वहीं, मृतक की मां ने पूरे अपराधियों की गिरफ्तारी न होने तक अपने बेटे के शव को लेने से इनकार कर दिया है।इस घटने की निंदाइस बीच मुख्यमंत्री पी विजयन ने मामले की घोर निंदा करते हुए कहा कि, 'दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा, सभ्य समाज में इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती।' इसके अलावा एक मलयालम एक्टर ने भी इस घटने की निंदा करते हुए कहा है कि 'मधु मेरा छोटा भाई था, लोगों को इस तरह से समाज में किसी की हत्या करने का कोई अधिकार नहीं है, लोगों को समझना चाहिए कि गरीबी भी समाज की ही देन है'।

Posted By: Mukul Kumar