ग्रीस के मतदाताओं ने एलेक्सिस सिप्रास पर एक बार फिर भरोसा जताया है। सिप्रास ने अगस्त में ग्रीस के प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया था। रविवार को हुए संसदीय चुनाव में 25 फीसद मतों की गिनती के बाद सिप्रास के नेतृत्व वाली सिरिजा पार्टी 35.3 फीसद वोट की बढ़त हासिल हुई है। वेंगेलिस मेमारकिस के नेतृत्व वाली मुख्य प्रतिद्वंद्वी रूढि़वादी पार्टी न्यू डेमोक्रेसी 28.1 फीसद मतदाताओं का ही विश्वास जीत पाई।

बड़ा दांव खेला था सिप्रास ने
कहा जा रहा था कि जल्दी  चुनाव कराने की घोषणा करा कर एलेक्सिस सिप्रास ने एक बड़ा दांव खेला है, परंतु इस जीत ने उनके भरोसे को सही साबित किया है। 35.3 फीसद वोट सिरिजा पार्टी को 300 सदस्यीय वाली संसद में 144 सीटें मिली हैं। गत छह वर्षों में यह पांचवां चुनाव है। इसी वर्ष 25 जनवरी को हुए आम चुनाव में सिप्रास को जीत हासिल हुई थी, तब उनकी पार्टी को कुल 149 सीटें मिलीं थीं, जिससे ग्रीस के आधुनिक इतिहास में पहली बार वाम नेतृत्व वाली सरकार बनी थी।
आर्थिक सुधार के लिए उठाने होंगे कड़े कदम
दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद भी सिप्रास को भविष्य में आर्थिक सुधार के कड़े कदम उठाने होंगे क्योंकि ग्रीस गहरे वित्तीय संकट में डूबा हुआ है। ऐसे में सिप्रास को यूरोपीय संघ की ओर से दिए गए राहत पैकेज की शर्तों के मुताबिक सुधार की कठोर योजनाएं लानी होंगी। सिरिजा पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि उनका दल गठबंधन के साथ फिर से सरकार बनाएगा। पार्टी के एक अन्य सूत्र ने दावा किया कि सिप्रास तीन दिनों में सरकार का गठन कर लेंगे। हाल ही में ग्रीस ने दिवालिया होने की घोषणा की थी   

प्रतिद्वंदी ने पहले ही मान ली हार
इससे पूर्व परिणामों की घोषणा से पहले ही प्रतिद्वंदी न्यू डेमोक्रेसी के नेता वेंगेलिस मेमारकिस ने कहा था कि ‘चुनाव परिणामों से लग रहा है कि सिरिजा और मिस्टर सिप्रास बढ़त में हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं और सरकार बनाने की मांग करता हूं।’ चुनाव में तीसरे स्थान पर दक्षिणपंथी पार्टी गोल्डन डॉन रही है।

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Posted By: Molly Seth