आप ने बड़ी बिल्डिंगों और मानव निर्मित नहरें बनने की बात तो बहुत बार सुनी होगी पर क्‍या कभी आप ने मानव निर्मित पर्वत श्रंखला बनने की बात सुनी है। शायद नहीं सुनी होगी क्‍यो कि अभी तक विश्‍व में कहीं भी मानव निर्मित पर्वत श्रंखला का निमार्ण नहीं किया गया है लेकिन एक देश ऐसा है जो अपने यहां मानव निर्मित पर्वत श्रंखला बनाने की तैयारी कर रहा है। जिससे वह हवा पर दबाव बना कर रेगिस्‍तानी क्षेत्र में बारिश करा सके।

संयुक्त अरब अमीरात बनाएगा मानव निर्मित पहाड़
संयुक्त अरब अमीरात बारिश बढ़ाने के लिए मानव-निर्मित पहाड़ बनाने की तैयारी कर रहा है। इस रेगिस्तान राष्ट्र को उम्मीद है कि बड़े प्रॉजेक्ट के सहारे पर्वत श्रृंखलाएं विकसित की जाएंगी जिससे हवा का दबाव बढ़ेगा। इससे बादल बनेंगे और फिर आकाश में छा जाएंगे। संयुक्त अरब अमीरात इसके जरिए क्लाउड-सीडिंग की कोशिश कर रहा है। क्लाउड सीडिंग का मतलब मौसम को बदलना है। इसमें बादल के जरिए बारिश की मात्रा और प्रकार में तब्दीली की जाती है।
पहाड़ो की लंबाई-चौड़ाई को लेकर चल रही है बहस
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी कॉर्पोरेशन फोर ऐट्मस्फेरिक रिसर्च यूसीएआर द्वारा संचालित नैशनल सेंटर फोर ऐट्मस्फेरिक रिसर्च एनसीएआर इस पर स्टडी कर रहा है। इनकी स्टडी के जरिए ही फैसला होगा कि अमीरात के किस स्टेट में ये पर्वत श्रृंखलाएं विकसित की जाएं। इसकी लंबाई और चौड़ाई पर भी यहां माथापच्ची हो रही है। इस प्रोग्राम से जुड़े एनसीएआर के एक एक्सपर्ट ने बताया पहाड़ों को बनाना कोई आसान काम नहीं है। हमलोग इस पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। हम इनकी लंबाई से लेकर चौड़ाई तक पर काम कर रहे हैं। लोकेशन को लेकर भी स्टडी की जा रही है।
बहुत महंगा हो सकता है पहाड़ बनाने का प्रॉजेक्ट
एनसीएआर ने कहा हम वहां के लोकल जलवायु-विज्ञान पर भी रिसर्च कर रहे हैं। यदि यह प्रॉजेक्ट बहुत महंगा होता है तो तार्किक यही होगा कि हमें इसके साथ नहीं जाना चाहिए। लेकिन हमें इससे यह आइडिया मिल जाएगा कि आने वाले वक्त में और विकल्प क्या हो सकते हैं। यदि हम इस प्रॉजेक्ट के साथ आगे बढ़ते हैं तो सेकंड फेज में हमें पता चलेगा कि यह संभव है या नहीं।

 

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Posted By: Prabha Punj Mishra