-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर बैरियर को तोड़ पुलिस की जिप्सी को घसीटती ले गई बस

- फतेहाबाद टोल प्लाजा पर हुआ भीषण हादसा, गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम

आगरा: लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर आगरा की ओर आ रही टूरिस्ट बस फतेहाबाद टोल प्लाजा पर पहुंचते ही बेकाबू हो गई। टोल के बैरियर तोड़ते हुए बस ने टोलकर्मियों को रौंदा फिर पुलिस की जिप्सी को घसीटती ले गई। दर्दनाक हादसे में फूल बेचने वाले किशोर समेत दो की जान चली गई। जबकि पुलिसकर्मी समेत छह घायल हो गए।

सुबह की है घटना

घटना शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे की है। मुजफ्फरपुर बिहार से दिल्ली जा रही टूरिस्ट बस के लखनऊ एक्सप्रेस-वे के फतेहाबाद टोल प्लाजा पर पहुंचते ही ब्रेक फेल हो गए। टोल के काउंटर के पास एक गड्ढे में बस का पहिया चला गया। इससे टायर फट गया। बस सेंसर व स्टॉपर तोड़ती हुई आगे निकली। टोल पर तैनात गार्ड और टोलकर्मियों ने बस रोकने की कोशिश की। बस की चपेट में आकर ये घायल हो गए।

जिप्सी को लिया चपेट में

बैरियर तोड़ने के बाद बेकाबू बस ने टोल से बीस मीटर दूर खड़ी पुलिस की जिप्सी को चपेट में ले लिया। टक्कर के बाद जिप्सी करीब 25 मीटर तक घिसटती गई। इसके बाद आगे खड़े डंपर से टकरा कर बस रुक गई। जिप्सी में बैठे सिपाही एहसान अली इसमें फंस गए। हादसे के बाद टोल पर अफरा-तफरी और चीख पुकार मच गई। बस के चालक और परिचालक भाग गए।

सिपाही को खिड़की तोड़कर निकाला

टोलकर्मियों और गार्डो ने जिप्सी की खिड़की तोड़कर सिपाही एहसान अली को निकाला। इसके बाद घायलों को अस्पताल में पहुंचाया। यहां टोलकर्मी सादाबाद के बांस अमरू निवासी 23 वर्षीय अमरकांत पचौरी पुत्र संजय पचौरी और टोल पर फूल बेचने वाले 12 वर्षीय सोनू पुत्र राम निवास निवासी उझावली फतेहाबाद की मौत हो गई। जबकि सिपाही एहसान अली, टोल के गार्ड फतेहाबाद के बाबरपुर निवासी सत्यवीर, खंडेर निवासी कुशलपाल और बस में सवार मुजफ्फरपुर बिहार निवासी दुर्गा प्रसाद, खुशबू और मंजरी का इलाज चल रहा है। ईगल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के दीपेंद्र सिंह तोमर ने अज्ञात बस चालक के विरुद्ध थाना फतेहाबाद में मुकदमा दर्ज कराया है।

मंत्री के एस्कॉर्ट को पहुंची थी जिप्सी

पुलिस जिप्सी ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को एस्कोर्ट करने पहुंची थी। बस में कुल 55 यात्री थे। ये सभी मुजफ्फरपुर से दिल्ली जाने को बैठे थे। हादसे के बाद सभी घबरा गए। दूसरी तरफ घायल गार्ड सत्यवीर के गांव के लोग उसकी मृत्यु की अफवाह पर दौड़े चले आए और उन्होंने जाम लगा दिया। एक घंटे तक लगे जाम के चलते एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

अब कैसे होगा परिवार का भरणपोषण

अब पिता को सहारा कौन देगा बेटा.अब परिवार कैसे पलेगा। यह बात मृतक सोनू की मां रोते समय बार बार कर रही थी। बेटे के गम में सोनू की मां चरनदेवी पागल सी नजर आ रही थीं। उझावली निवासी रामनिवास के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। न तो पैतृक संपत्ति है और सिर छिपाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास मे रहते है। रामनिवास के तीन पुत्र एवं दो पुत्रियां है। सबसे बड़ी बेटी लक्ष्मी की शादी कर चुके हैं। सोनू (13), मोनू (9) तथा योगेश (7) छोटी बहन पूजा 4 वर्ष की हैं। परिवार का भरणपोषण फूल बेचकर करतें है। सोनू भी छोटी उम्र में पिता का सहारा बन गया था। रोजाना आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर गुजरने वाले वाहनों को फूलमाला बेचा करता था। लेकिन शनिवार को सोनू फूलमाला बेचते समय टूरिस्ट बस के टक्कर मार देने से मौत हो गई।

मौत को देख भागे पुलिसकर्मी

शनिवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के लिए पुलिस लाइन से एस्कॉर्ट जिप्सी में सिपाही एहसान अली, अंकुश कुमार के साथ चालक बिजेंद्र कुमार को आगरा से मथुरा बॉर्डर तक सकुशल पहुंचाने के लिए सुबह साढ़े सात बजे भेजी गई थी। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर फतेहाबाद टोल प्लाजा पर पुलिसकर्मियों द्वारा मंत्री का लोकेशन लेने पर पता चला कि मंत्रीजी को आने में करीब डेढ़ घंटा और लगेगा। इस लिए पुलिसकर्मी टोल प्लाजा के किनारे जिप्सी को खड़ा कर चाय पीने के दुकानदार को ऑर्डर दे दिया। एहसान अली जिप्सी में ही बैठ कर बात कर रहे थे। बिजेंद्र कुमार और अंकुश एक्सप्रेस-वे पर खड़े होकर बाते कर रहे थे। तभी उन्हें टोल प्लाजा के सेंसर आदि को तोड़ते हुए लोगो को टक्कर मार कर भागते हुए टूरिस्ट बस को देखकर उन्हें लगा की आज मौत उनके सामने आ गई है। वे अपने बचाव के लिए भाग खड़े हुए। लेकिन बस टोल प्लाजा के सेंसर के साथ तेज गति से सामने आ गई। सेंसर लग जाने के कारण बिजेंद्र कुमार सड़क पर गिर गए। बस ने जिप्सी को अपनी चपेट में ले लिया। एहसान अली गम्भीर रूप से घायल हो गए। बिजेंद्र कुमार ने बताया कि जीवन में पहली बार ऐसी घटना देखी हैं। मौत हमारे पास से गुजर गई। ऊपर वाले को कोटि-कोटि धन्यवाद दे रहे थे।

ग्रामीणों ने किया एक्सप्रेस वे जाम

एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना के बाद 6-7 लोगों के मरने की अफवाह तैर गई। क्योंकि एक्सप्रेस-वे पर आसपास के गांव के लोग ही गार्ड के रूप में तैनात है। ऐसी स्थिति में तत्काल ग्रामीण बड़ी संख्या में एक्सप्रेस-वे पर जमा हो गए। ग्रामीणों ने एक्सप्रेस-वे को जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम फतेहाबाद देवेंद्र प्रताप सिंह तथा इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने ग्रामीणों को समझाया, परन्तु ग्रामीण नहीं माने तथा आधे घंटे तक एक्सप्रेस-वे पर दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में वाहन इकट्ठे हो गए। बाद में एसडीएम द्वारा मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा के बाद बमुश्किल जाम खोला।

11 नामजद, 80-90 के खिलाफ मुकदमा

एक्सप्रेस-वे जाम करने के मामले में पुलिस की ओर से उपनिरीक्षक निर्दोष सिंह सेंगर ने 11 नामजद तथा 80-90 अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा तथा एक्सप्रेस-वे जाम करने में मुकदमा दर्ज किया है। जिनमें छुन्ना पुत्र करुआ, शैलू पुत्र बालादीन, सुभाष पुत्र रामेश्वर, रामवीर पुत्र महावीर, गौरव पुत्र मुन्नालाल, शैतान सिंह पुत्र शम्भूलाल, बंशी पुत्र छीतरराम, विनोद पुत्र प्रभुदयाल, मोहित पुत्र रामदयाल निवासीगण बाबरपुर फतेहाबाद, विनोद पुत्र भगवान सिंह निवासी हिमांयुपुर फतेहाबाद, राहुल निवासी नगला लोहिया है।

Posted By: Inextlive