18 साल के करियर में नेहरा का 12 बार हुआ ऑपरेशन, टूटे पैर से खेला था वर्ल्डकप
साल 1999 में खेला पहला इंटरनेशनल मैच
आशीष नेहरा ने साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। यह उनके करियर का पहला इंटरनेशनल मैच था। उस वक्त नेहरा की उम्र 20 साल थी। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में नेहरा का पहली बार खेलना का मौका मिला था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि पतला-दुबला यह लड़का इतने साल क्रिकेट खेल लेगा।
जब टूटे पैर से खेला वर्ल्ड कप
वनडे डेब्यू के ठीक दो साल बाद 2003 में आशीष नेहरा को वर्ल्ड कप टीम में शामिल कर लिया गया। टूर्नामेंट में भारत और इंग्लैंड के बीच एक ग्रुप मैचा खेला गया था। यह मैच आशीष नेहरा को ताउम्र याद रहेगा। मैच से ठीक पहले उनके पैर में चोट लग गई थी, नेहरा का पैर काफी सूज गया था। सभी को लगा कि नेहरा इंग्लैंड के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे लेकिन इस गेंदबाज का जुनून देखिए टूटे पैर के साथ मैदान में उतरा और इतिहास रच दिया। उस मैच में नेहरा ने 23 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
6 साल पहले खेला आखिरी वनडे
नेहरा ने साल 2011 में अपना आखिरी वनडे खेला था, उस वक्त सभी को लगा कि शायद नेहरा की उम्र ढल चुकी है और एक तेज गेंदबाज के लिए फिटनेस काफी मायने रखता है। इसलिए सेलेक्टर्स ने उन्हें 50-50 ओवर्स के खेल में शामिल नहीं किया।
वाजपेयी सरकार में किया डेब्यू, मोदी सरकार में ले रहे संन्यास
आशीष नेहरा ने जब अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। वाजपेयी जी साल 1998 से 2004 तक प्रधानमंत्री रहे और नेहरा ने 1999 में डेब्यू किया। तब से लेकर अब तक न जाने कितनी सरकारें बदल गई लेकिन 'नेहरा जी' (यह नाम उन्हें सहवाग ने दिया था) मैदान पर जलवा दिखाते रहे। अब जब केंद्र में मोदी सरकार आई है तब जाकर नेहरा क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं।