अमेरिका ने सकंटग्रस्‍त इराक की राजधानी बगदाद में अपने दूतावास की सुरक्षा के लिए और सैनिकों को भेज दिया है. इसके साथ ही सहयोगी प्रतिष्‍ठानों तथा बगदाद अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा आदि का जिम्‍मा अपने 300 सैनिकों को सौंप दिया है.


स्थिति सामान्य होने तक वहीं रुकेंगे सैनिक राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिका कांग्रेस के नेताओं से कहा कि बगदाद में सुरक्षा स्थिति को देखते हुए मैंने आदेश दिया है कि 300 अमेरिकी सैन्य बलों को दूतावास, सहयोग प्रतिष्ठानों तथा बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात किया जाये. उन्होंने कहा कि अमेरिकी नागरिकों और संपत्ति की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्य बलों, रोटरी-विंग विमान तथा खुफिया, निगरानी इकाइयों के लोगों को तैनात किया जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ये सुरक्षा बल तब तक इराक में रहेंगे जब तक इनकी जरूरत होगी.इस्लामी खिलाफत को किया खारिज
पेंटागन के प्रवक्ता रियर एडमिरल जॉन किर्बी ने सोमवार को कहा था कि ये अतिरिक्त सुरक्षा बल रविवार और सोमवार इराक में पहुचे. किर्बी ने कहा कि जून के मध्य में रक्षा विभाग की  ओर से की गई घोषणा के अनुसार 100 सैन्यकर्मी पहले से ही तैयार थे जो अब बगदाद की ओर बढ़ेंगे. अमेरिकी विदेश विभाग ने चरमपंथियों की ओर से इराक एवं सीरिया के कुछ हिस्सों को मिलाकर इस्लामी खिलाफत घोषित किए जाने को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है. अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि इस घोषणा का इराक एवं सीरिया के लोगों के लिए कोई मतलब नहीं है.

इराक में स्थिरता की जरूरतजेन साकी ने कहा कि हमने सिर्फ इस संगठन के असली चेहरे और लोगों पर हुक्म चलाकर शासन करने की मंशा का खुलासा कर दिया है. उन्होंने कहा कि चरमपंथी अपने लोगों के खिलाफ दमनकारी विचारधारा का इस्तेमाल कर रहे हैं तथा आतंकवाद की करतूत को अंजाम दे रहे हैं. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा कि सबसे अच्छा रास्ता यही है कि इराक स्थिर रहे और आईएसआईएल की ओर से पैदा किये गए अस्थिरता के खतरे का मुकाबला किया जाये.

Posted By: Satyendra Kumar Singh