कोरोना वायरस संकट के चलते अब मेडिकल स्टोर से बुखार व ठंड लगने जैसे लक्षणों की दवा बिना डिटेल दर्ज कराए नहीं मिलेगी। उत्तर प्रदेश में दवाइयों की दुकानों से ऐसी दवा खरीदने वाले लोगों का विवरण मांगा गया है। यहां पढ़ें पूरा मामला...

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) (एएनआई)। कोरेाना वायरस को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट है। अब यहां उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने ड्रग इंस्पेक्टरों को उनके संबंधित क्षेत्रों में दवा की दुकानों से दैनिक आधार पर बुखार, सर्दी और खांसी की दवाओं के खरीदारों के बारे में डिटेल देने का निर्देश दिया है। प्रशासन ने ड्रग इंस्पेक्टरों से उन लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर जमा करने को कहा है जो बुखार, खांसी और जुकाम की दवाइयां खरीद रहे हैं। उन्हें राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की वेबसाइट पर हर दिन शाम 5 बजे तक अपडेट करने के भी निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, राज्य में कोरोना वायरस के 3,902 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें 2,072 मरीज रिकवर हो चुके हैं। वहीं 88 लोगों की माैत हो चुकी है।

कोरोना वायरस के लक्षण ये हैं

कोरोना वायरस के सबसे आम लक्षण बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं। कुछ रोगियों में दर्द, नाक बहना, गले में खराश या दस्त हो सकता है। ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और धीरे-धीरे शुरू होते हैं। कोरोना वायरस से पीडि़त कुछ ऐसे मरीज भी देखे गए जिन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं थी फिर भी वह संक्रमित थे। कोरोना वायरस पाने वाले हर 6 में से 1 व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो जाता है और सांस लेने में कठिनाई पैदा करता है। वृद्ध लोगों, और उच्च रक्तचाप, हृदय की समस्याओं या मधुमेह जैसी समस्याओं वाले लोगों में गंभीर बीमारी विकसित होने की अधिक संभावना है। लगभग 2% लोग बीमारी से मर चुके हैं। बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई वाले लोगों को चिकित्सा में ध्यान देना चाहिए। उन्हें बिना डाॅक्टर से चेक कराए अपने मन से दवा नहीं खानी चाहिए।

Posted By: Shweta Mishra