आगरा। निबंधन कार्यालय के महानिरीक्षक आईएएस मिनिस्ती एस। समेत चार अफसरों के खिलाफ झूठी शिकायत करने के मामले में आगरा के 11 लोगों के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में आगरा निबंधन विभाग के डीआईजी एमके। सक्सैना, लखनऊ स्थित शिविर कार्यालय में तैनात एडीआईजी निरंजन कुमार ने झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो निबंधन कार्यालय में खलबली मच गई। जांच में पाया गया कि जिन 14 लोगों ने चार आईएएस अफसरों के खिलाफ जो कंप्लेन की थी, वो जांच में झूठ पाई गई। की गई शिकायतों में न तो साक्ष्य थे, न ही शपथपत्र लगाए गए थे। इसके चलते इनकी शिकायतों को खारिज कर दिया गया। गोमती नगर थाने में अधिकारियों को ब्लैकमेल कर बदनाम करने सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में इनके खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।

अलग-अलग नामों से करते थे फर्जी कंप्लेन

आगरा डीआईजी निबंधन कार्यालय के अफसरों के अनुसार आगरा के सिकंदरा बाईंपुर निवासी स्टाम्प रजिस्ट्रेशन विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी सचीश कुमार समाधिया जो वर्तमान में लोहामंडी बोदला रोड स्थित मीनाक्षी प्लेस में रह रहे हैं, आगरा शाहगंज कोल्हाई निवासी मो। शाकिर, आगरा कलक्ट्रेट में स्टाम्प बाबू रहे शैलराज सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। बता दें कि सचीश कुमार समाधियां के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराने के लिए डीआईजी निबंधन एमके। सक्सैना की ओर से अगस्त 2020 में डीएम और एसएसपी आगरा को पत्र लिखा गया। वहीं सचीश समाधियां के खिलाफ थाना जगदीशपुरा में मुकदमा दर्ज कराया था। डीआईजी निबंधन कार्यालय की मानें तो इनका पूरा रैकेट है। ये फर्जी तरीके से अलग-अलग नामों से निबंधन कार्यालय के अफसरों की मानें तो ये लोग अलग-अलग फर्जी नामों से कंप्लेन करते थे। जांच में इसका खुलासा हो गया। इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की गई।

इनके खिलाफ मुकदमा

डीआईजी निबंधन की ओर झूठी कंप्लेन करने के मामले में 11 नाम भेजे गए थे, जिनके खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। इनमें कर्मवीर सोढ़ी निवासी बल्केश्वर, सत्यप्रकाश निवासी आवास विकास कॉलोनी, मोतीलाल निवासी जीवनी मंडी, ललित शर्मा निवासी कमलानगर, महेश चंद एडवोकेट दीवानी कचहरी, भगवान दास शर्मा मदिया कटरा, हाईकोर्ट अधिवक्ता राधेश्याम निवासी बुन्दू कटरा, हैदर अजीज निवासी साकिन बाग मुजफ्फरखां, इनके अलावा गाजीपुर निवासी विन्दयावासिनी राय मौजूदा निवास लखनऊ, नई दिल्ली निवासी देवेन्द्र गुप्ता, प्रतापगढ़ निवासी एडवोकेट राजीव कुमार का नाम शामिल है।

Posted By: Inextlive