-पांच बहनों का इकलौता भाई था देवेंद्र, शादी की तैयारी में जुटी थीं बहनें

-एसिड अटैक में मौत की खबर मिलने पर मचा कोहराम

आगरा: एक महीने बाद घर से सिर पर सेहरा बांध कर जिस बेटे की बरात जानी थी, गुरुवार रात उसकी लाश दरवाजे पर पहुंची तो कोहराम मच गया। इकलौते भाई के शव से पांचों बहनें लिपट गईं। मां बार-बार बेहोश हो रही थीं। हालात देख बस्ती वालों की आंखें भी नम हो गईं।

छप चुके थे कार्ड

कासगंज के थाना सहावर के गांव बहापुर निवासी देवेंद्र राजपूत करीब 12 साल से खंदारी इलाके में किराए पर रहते थे। देवेंद्र के परिजन ने बताया कि वह 5 बहनों से छोटा था, पिता खेती करते हैं। परिजनों ने उसका रिश्ता कासगंज की युवती से तय कर दिया था, 28 अप्रैल को बरात जानी थी। शादी के कार्ड भी छप चुके थे। सभी बहनें तैयारी और खरीदारी में जुटी थीं।

घर में मचा कोहराम

गुरुवार सुबह देवेंद्र पर तेजाब फेंकने की जानकारी दोस्तों ने फोन पर दी तो मां और बहनों की हालत बिगड़ गई। देवेंद्र का शव रात नौ बजे कासगंज स्थित घर पहुंचा। पांचों बहनें लाश को देख बदहवास हो गई। जिस घर में देवेंद्र की बरात जानी थी, वहां उसकी मौत की खबर पहुंचने से कोहराम मच गया।

गांव में रहता है सोनम का बेटा

पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में सामने आया है कि सोनम की शादी करीब दस साल पहले हुई थी। वह पति से आठ साल से अलग रह रही है, उसका बेटा गांव में रहता है। सोनम खंदारी में अकेली रहती है। उसने साथी कर्मचारियों को भी अपने शादीशुदा होने के बारे में नहीं बताया था।

सोनम ने देवेंद्र पर लगाया आरोप

सोनम सिकंदरा हाईवे स्थित एक अस्पताल में भर्ती है। वह घटना के लिए देवेंद्र को ही जिम्मेदार ठहरा रही है। उसने स्टाफ के लोगों को बताया कि देवेंद्र उस पर शक करता था। इसे लेकर उससे मारपीट करता था। सोनम का आरोप है कि तेजाब देवेंद्र लेकर आया था। जो छीना झपटी में देवेंद्र पर ही गिर गया।

Posted By: Inextlive