आगरा. ब्यूरो सोलर पंप लगाने के नाम पर लोगों की जेब खाली करने वाला गैंग अब एक्टिव हो चुका है. अगर आप सोलर पंप लगवाने जा रहे हैं तो अलर्ट रहने की जरुरत है. क्योंकि साइबर फ्रॉड ऐसे लोगों को ही ठगी का शिकार बना रहे हैं जो सोलर पंप के लिए एप्लाई कर चुके हैं. आखिर साइबर फ्रॉड तक योजना का लाभ पाने वालों का डाटा कैसे पहुंचा? ये एक जांच का विषय है.

आवदेन करने वालों को किया अलर्ट
शासन की ओर से सोलर पंप लगावाने के लिए आवेदन मांगे गए थे, आवेदन के नाम पर सत्यापन के लिए पहले लोगों के पास मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजे गए, जिसमें सोलर पंप लगवाने के नाम पर रुपए मांगे जा रहे है, ये धनराधि पोर्टल के जरिए खाते में जमा कराई जा रही है। ठगी का शिकार होने के बाद लोग कंप्लेन करने थाने पहुंच रहे हैं, जब इसकी खबर संबंधित विभाग को हुई तो उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए अलर्ट जारी किया है।

लाभार्थियों के पास ही आ रहे मैसेज
योजना का लाभ पाने के लिए लोगों ने ऑनलाइन अप्लाई किया था, जिसमें योजना का लाभ पाने के इच्छुक व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी दर्ज था, ऐसे में साइबर फ्रॉड संबंधित विभाग के दस्तावेजों तक पहुंच गए, ये एक बड़ा सवाल है कि योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन करने वालों का डाटा कैसे लीक किया गया ? क्योंकि साइबर फ्रॉड ऐसे लोगों को ही मैसेज भेज रहे हंै, जो लाभार्थी हैं।

बुकिंग कंफर्म करने का प्रोसेस ऑनलाइन

शासन को ऐसी कंप्लेन मिली हैं कि सोलर पंप बुकिंग कंफर्म कराने के नाम पर लोगों को फोन किया जा रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर कोई फोन कर यह कहे कि वह सोलर पंप की बुकिंग कंफर्म करा देगा, तो इस झांसे में नहीं आए। बुकिंग कंफर्म करने का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन है। ये प्रोसेस पूरी तरह से वह पारदर्शी है। ऐसे में किसी भी फोन को सुन उसके झांसे में बिल्कुल भी नहीं पड़े। अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है तो जिले के समाज कल्याण उप कृषि निदेशक को तुरंत जानकारी दें।

क्या सोलर पंप बुकिंग योजना
सोलर पंप बुकिंग योजना के लिए प्रदेश की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद अनुदान पर सोलर पंप के लिए लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइन बुकिंग होगी। बुकिंग जिले के लोगों के लिए पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर है। किसानों को टोकन मनी के रूप में 5 हजार रुपए टोकन मनी जमा करानी पड़ती है। टोकन कंफर्म करने के एक सप्ताह के अन्दर शेष धनराशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट कर बैंक में ऑनलाइन जमा करनी होती है। इसके तहत केंद्र और राज्य सरकार से 30-30 फीसदी सब्सिडी मिलती है। जबकि 10 फीसदी राशि किसान को लगानी होती है। यह अनुदान पीएम कुसुम योजना के तहत मिलता है।


योजना का लाभ पाने वालों का डाटा कैसे साइबर फ्रॉड तक पहुंचा, ये जांच का विषय है। ऐसे साइबर फ्रॉड से अलर्ट रहने की जरुरत है। ये योजना पूरी तरह ऑनलाइन है। अगर कोई कॉल करता है तो पूरी पुष्टि करने के बाद ही इसको फॉलों करें।
पुष्पेन्द्र चौधरी, जिला साइबर सेल प्रभारी

्रइस मोबाइल नंबर से मांगे जा रहे रुपए
आगरा में कृषि विभाग के पोर्टल पर सोलर पम्प की बुकिंग कराई गई है, कुछ फर्जी संस्थाओं, असमाजिक तत्वों द्वारा लाभार्थियों को फोन करके सोलर पंप के अवशेष कृषक अंश की धनराशि के लिए खाता संख्या एवं आईएफसी कोड उपलब्ध कराकर जमा करने के लिए अनुरोध किया जा रहा है। उन्होंने आगे यह भी अवगत कराया। किसानों के मोबाइल नबंर 08954458193 से फोन करके पैसे की मॉग की जा रही है।


किसान से मांगे 10 हजार रुपए
खेरागढ़ स्थित किसान हरीराम के नाम पर कॉल आया कि आपका सोलर पैनल लगने वाला है, संबंधित खाते में 10 हजार रुपए जमा कराएं, हरीराम ने एक हजार रुपए जमा करा दिए, इसके बाद उनके बेटे ने बताया कि ये ट्रैप है। पीडि़त ने पास के थाने में मामले की कंप्लेन की।

Posted By: Inextlive