कहीं रंग में पड़ न जाए भंग
- इस होली बनाएं शंकर जी की बूटी से दूरी
- हंसी का पात्र बनने से बचना है तो बचें भांग के सेवन से आगरा। होली के हुड़दंग में लोग शंकर जी की बूटी का सेवन जरूर करते हैं। शंकर भगवान की बूटी यानि भांग। इसको ठंडाई में मिलाकर पीने का चलन पुराना है। कुछ लोग शगुन के तौर पर भांग को पीते हैं तो कोई रंजिश निकालने के लिए भी इसका सेवन अपने दुश्मनों को करा देते हैं जिससे त्योहार के रंग में भंग पड़ जाता है। होली के त्योहार को इंज्वॉय करना है तो भांग से तौबा कर लीजिए। पहुंच जाओगे दूसरी दुनियां मेंकहते हैं दुनिया में सबसे बुरा नशा भांग का होता है। भांग का सेवन यदि मात्रा से अधिक कर लिया तो व्यक्ति आपे से बाहर हो जाता है। आगराइट सोनम चतुर्वेदी का कहना है कि उन्होंने एक बार धोखे से भांग का नशा कर लिया था जिसके बाद दो दिन तक उन्हें कुछ सूझा ही नहीं। उनके घरवाले भी परेशान हो गए थे।
भांग से करो तौबायदि इस होली का पूरा आनंद उठाना है, तो भांग के सेवन से तौबा करें, ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि डॉक्टर्स के साथ-साथ जो इसकी वजह से मजाक बन चुके हैं, वह स्वयं इस बात को कह रहे हैं। भांग का सेवन दिमाग पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है। नगला पदी निवासी नवीन उपाध्याय का कहना है कि होली के मौके पर एक बार ऑफिस में ठंडाई पी ली और दो गिलास स्वाद में अंदर चली गई लेकिन कुछ देर बाद ही हालत खराब हो गई। वह काफी देर तक हंसते रहे और इसी वजह से हंसी के पात्र भी बने।
मजाक का पात्र बन गया नगर निगम में काम करने वाले रवि कुमार ने तो भांग से तौबा कर ली है। उनका कहना है कि उनके एक दोस्त ने भांग पिला दी थी। घर पहुंचने के बाद वे खाना खाने बैठे और काफी देर तक खाते रहे। इस पर भी उनकी भूख नहीं मिटी और सब उन पर हंसते रहे। आज भी वह दिन याद करके उनकी खूब हंसी उड़ती है। भांग चढ़ने पर ये करें उपाय लेमन वाटर रोज टी व भरपूर मात्रा में पानी पिएं व जहां तक हो सके वहां तक नमकीन ही खाने में लें। ऐसा करने से काफी हद तक भांग के नशे को दूर किया जा सकता है। इस पर करें गौरभांग खाने के बाद मीठा खाने से परहेज करें क्योंकि मीठा खाने के बाद भांग का नशा दोगुना तेजी से बढ़ता है।
ये लोग न करें भांग का सेवन ब्लड प्रेशर के मरीज हर्ट प्रॉब्लम के मरीज अस्थमा रोगी खाली पेट भांग खाने से परहेज करें 'भांग के अंदर यूकोरिया नशा होता है, जिसे धतूरा भी कहते हैं। इसके सेवन करने से व्यक्ति के शरीर में कभी-कभी पोइजनिंग जैसी स्थिति बन जाती है। व्यक्ति की हालत पागलों जैसी हो जाती है। वह कोमा में भी जा सकता है, किसी को तो उल्टी और दस्त जैसी बीमारी हो जाती है.' डॉ। अरविंद, फिजीशियन 'भांग का सेवन न ही किया जाए तो ही अच्छा है, क्योंकि इसका नशा सीधे दिमाग पर अटैक करता है और व्यक्ति को पागलों जैसी हरकतें करने पर विवश कर देता है.' डॉ। सुनील बंसल, फिजीशियन 'भांग का सेवन करने वाले व्यक्ति इस होली पर भांग का सेवन कतई न करें, होली गिले शिकवे दूर करने का त्यौहार है, इस पर एक दूसरे से गले मिलकर बधाई दें न कि भांग खाकर हंसी के पात्र बनें.' इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त