AGRA 29 Dec. : वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के एक निर्णय ने नेचर लवर्स को एंजाय तो दे दिया है लेकिन नेचर से दूर कर दिया है. सूर सरोवर बर्ड सेंचुरी कीठम इन दिनों इसी प्रॉ?लम्स से जूझ रही है. सरकारी आदेश के बाद झील के किनारों से परिंदे किनारा करने लगे हैं. संरक्षित एरिया में वोटिंग करने वालों का दखल प्रवासी पक्षियों को रास नहीं आ रहा है.


अभी तक प्रतिबंधित थी बोटिंग सन 1991 में शासन ने कीठम एरिया को रिजर्व सेंचुरी डिक्लेयर कर दिया था। इसकी झील में विजिटर्स के लिए बोटिंग पर वैन लगा दिया गया था। गश्ती टीम ही झील में अपनी नाव उतार सकती थी। वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट इस झील में अब बोटिंग करा रहा है। डिस्टर्ब हो रहीं बडर््स बर्ड सेंचुरी में विंटर सीजन में यहां म्यामार, चाइना, बंग्लादेश, पाकिस्तान आदि कंट्रीज से यहां बर्ड्स आती हैैं। ये परिंदे मार्च तक प्रवास करते हैं। झील में बोटिंग से परिंदे डिस्टर्ब हो रहे हैं। इससे यहां प्रवासी परिंदों को देखने पहुंचने वालों के हाथ निराशा लग रही है।ये हैैं बोटिंग के रेट्सपैडल बोट                 इंडियन        फोरनर टू सीटर पैडल बोट         30              100फोर सीटर पैडल बोट       60              200मोटर बोट               200 प्लस पेट्रोल  700 प्लस पेट्रोल
पैडल बोट की संख्या     2


मोटर बोट की संख्या     1 ब्रज खंडेलवाल, पर्यावरणविद् डिक्लेयर बडर््स सेंचुरी की झील में मोटरबोट से परिंदे तो डिस्टर्ब होंगे ही। झील में बडर््स के दिखाई ना देने की यह भी एक वजह है। ऐसा में भला बडर््स लवर्स तो कीठम से निराश होकर लौटेंगे ही। राजीव कुमार, गार्जियन

हर साल सर्द मौसम का नजारा काफी सुन्दर होता था। यहां बोट चलने से ये परिंदे डिस्टर्ब हो गए हैैं। मैैं बच्चों को बडर््स दिखाने लाया था लेकिन यहां अब वो सीन नहीं दिखाई दिया.

Posted By: Inextlive