आगरा ब्यूरो नियमों को रौंदते हुए हाईवे पर बगैर परमिट बसें यूं ही नहीं दौड़ रहीं. कोई तो इनमें दम भर रहा है. वरना इतना दुस्साहस नहीं होता कि अपनी बसों पर रोडवेज की तरह रंगरोगन करा लें. इतनी निर्भीकता नहीं आती कि हाईवे पर जहां चाहे बस रोक सवारियां भर लें. भले ही हाईवे जाम हो जाए या यातायात हांफता रहे. कुछ तो गड़बड़ी जरूर है जिसके बूते परिवहन विभाग इनका पीछा भी नहीं करता. यातायात पुलिस की पता नहीं क्या मजबूरी है जो शहर के बीचोंबीच आईएसबीटी और अबुल उला की दरगाह के पास तक से हाईवे से इन डग्गामार बसों को भगा नहीं पा रही है.

रोडवेज पर डग्गामार बसें भारी
किसी भी हाईवे पर बिना परमिट बसों का संचालन नहीं हो सकता। यहां संचालन का आशय निजी बसों को हाईवे पर जहां-तहां रोककर सवारी लेने से है। इस तरह के संचालन की अनुमति का अब तक प्रावधान भी नहीं है। लेकिन, आगरा शहर से गुजरते हाईवे पर आइएसबीटी, अबुल उला दरगाह, वाटर वक्र्स पर ऐसी बसों की कतारें खड़ी रहती हैं। आइएसबीटी पर तो स्थिति ये है कि डग्गामार बसें सवारियां बैठाती हैं और रोडवेज बसें असहाय ही खड़ी रहती हैं। आधा-आधा घंटे तक खड़े होकर ये बसें दिल्ली, मथुरा, गुरुग्राम, एटा, कासगंज, बरेली आदि शहरों के लिए आवाज लगाकर सवारियां भरते हैं। यही स्थिति अबुल उला दरगाह के पास की रहती है। वाटर वक्र्स चौराहे पर तो दिल्ली-नोएडा के लिए बसें फर्राटा भरती हैं। इनमें कुछ बसें हरियाणा नंबर की बसें हैं तो कुछ यूपी नंबर की। आइएसबीटी से चलने वाली प्राइवेट बसें अधिकांश हरियाणा नंबर की हैं। अबुल उला की दरगाह से चलने वाली प्राइवेट बसें यूपी नंबर की हैं। सस्ते किराए के लालच में लोग भी इन बसों में ही यात्रा करते हैं। प्राइवेट बसों के चालक-परिचालक सवारियों से जोर जबरदस्ती भी करते हैं। हाथ पकड़कर या फिर उनका सामान लेकर अपनी बस में बैठने के लिए दबाव बनाते हैं।

परिवहन, रोडवेज और यातायात पुलिस है जिम्मेदार
इन डग्गेमार वाहनों के संचालन के लिए रोडवेज के अधिकारी इसलिए जिम्मेदार हैं कि उनके विभाग को राजस्व नहीं मिल पाता। डग्गामार वाहनों के विरुद्ध परिवहन और यातायात पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करानी चाहिए। परिवहन विभाग की जिम्मेदारी है कि बगैर परमिट के चलने वाली बसों को सीज कर देना चाहिए, लेकिन आरटीओ प्रवर्तन दल की ओर से कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकताएं पूरी की जाती हैं। इन वाहनों से हाईवे पर जाम लग जाता है। यातायात पुलिस को इन वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए।


संयुक्त टीम के नाम पर मात्र दो होमगार्ड
हाईवे पर जाम न लगे। जाम लगने के कारण बनने वाले वाहन के खिलाफ कार्रवाई हो। इसके लिए रोडवेज, परिवहन और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई थी। सोमवार को अबुल उला दरगाह के पास एक घंटे तक कदमताल करने के बाद टीम खामोश हो गई। बुधवार को यहां पर बसें खड़ी थीं। सवारियों का इंतजार कर रही थीं। पीछे आते वाहन रुक रहे थे। पल-पल में जाम की स्थिति बनती तो दो होमगार्ड बस चालक को कभी हड़काते,धमकाते। मगर, इनकी किसी ने नहीं सुनी। जब बस फुल हो गई, तब ही पहला गियर डाला।

ये थी स्थिति
अबुल उला दरगाह के पास दोपहर बाद 3:38 बजे
यूपी 84 टी 3851
यूपी 84 टी 4481
यूपी 82 टी 0412
यूपी 75 एम 9073

आइएसबीटी के सामने दोपहर बाद 3:59 बजे
एचआर 38 ए डी 5170
यूपी 81 बीटी 7603

अब इनकी भी सुनिए
हमारी टीम लगातार इनके विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। रोडवेज और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम में हमारी भी टीम लगी है। हम लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।
कपिलदेव, आरटीओ प्रवर्तन
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हाईवे पर खड़ी होने वाली रोडवेज व डग्गेमार बसों पर कार्रवाई को टीम बनाई गई है। इसकी मानीटङ्क्षरग की जाएगी। सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।
डॉ। प्रीङ्क्षतदर ङ्क्षसह, पुलिस आयुक्त
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हाईवे पर हर रोज कराएंगे चेङ्क्षकग
रोडवेज बसों की चेङ्क्षकग में अब प्रवर्तन टीम बाडी वार्न कैमरों का प्रयोग करेगी। इन कैमरों की खरीद इस माह हो जाएगी। बुधवार को क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज बीपी अग्रवाल ने प्रवर्तन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्धारित स्टापेज के अलावा अन्य किसी भी जगह पर बस रोकने पर चालक और परिचालक जिम्मेदार होंगे। बसों में धूमपान करने पर 200 रुपए का जुर्माना लगेगा। कहा कि नेशनल हाईवे-19 पर हर दिन चेङ्क्षकग की जाएगी।

Posted By: Inextlive