चार प्रकार के हाइटेक कैमरों से रखी जाएगी नजर

नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम में लगा है सॉफ्टवेयर

आगरा। शहर में चौराहों पर सुरक्षा और कड़ी होगी। तीसरी नजर को और हाइटेक किया जा रहा है। नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम से चार प्रकार के कैमरों से चौराहों की निगरानी की जा रही है। इससे ऑटोमेटिक फोटो विजुअल कैप्चर हो रहे हैं। इनको तीन महीने तक सेव रखा जा रहा है। इसके लिए पूरा डेटा मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट से लिंक किया जा रहा है।

चार हाइटेक कैमरे लगेंगे

चौराहों पर स्मार्ट सिटी के तहत चार प्रकार के कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों का अलग-अलग काम है। ये सभी कैमरे नगर निगम स्थित कंट्रोल रूम से संचालित किए जा रहे हैं।

पीटीजेड कैमरा: चौराहों पर पीटीजेड कैमरे लगाए गए हैं। इस कैमरे की खासियत ये होती है कि इसे रिमोट के माध्यम से कम ज्यादा किया जा सकता है। इसकी जूम को भी बढ़ाया जा सकता है। यह किसी एक विषय वस्तु पर फोकस कर सकता है। जैसे वस्तु मूव करेगी तो ये कैमरा भी साथ ही मूव करेगा।

एएनपीआर कैमरा: ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्रिशन कैमरा, ये कैमरा व्हीकल्स की नंबर प्लेट को कैच करने में सहायक है। इस कैमरे की खासियत ये है कि ये कैमरा दौड़ते हुए वाहनों की नंबर प्लेट को कैप्चर कर लेगा। इसका डाटा सॉफ्टवेयर पर अपलोड हो जाता है।

आरएलवीडी: रेड लाइट वॉल्यूशन डिटेक्शन कैमरा, इस प्रकार के कैमरे चौराहों पर ई चालान के लिए लगाए गए हैं। इन कैमरों के माध्यम से रेड लाइट क्रॉस करने या बिना हेलमेट के कोई दुपहिया वाहन चालक गुजरता है तो ये कैमरा उसको डिटेक्ट कर कैप्चर कर उसको सेव कर देगा। सॉफ्टवेयर में इंटरनेट कनैक्टिविटी होने के साथ ई-चालान ऑटोमेटिक हो जाएगा। इस बारे में एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के मोबाइल फोन आरटीओ में सेव हैं, उसको मैसेज भेज दिया जाता है। जिन लोगों का मोबाइल नंबर सेव नहीं है, उनको डाक से सूचना भेजी जाती है।

फिक्स बॉक्स कैमरा: चौराहे या पूरे शहर की निगरानी के लिए फिक्स बॉक्स कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की खासियत ये है कि ये पूरे बाजार, गली, चौराहे या सड़क को कवर करता है।

हो रहे 75 से 100 ई चालान

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैंनजर ने बताया कि हर दिन तकरीबन 75 से 100 ई-चालान हो जाते हैं। इनको ट्रैफिक पुलिस को भेजा जा रहा है। इसमें ऑटोमेटिक कैमरे डिटेक्ट कर लेते हैं। उसका ई चालान जनरेट हो जाता है।

तीन महीने तक सेव रहेगा डाटा

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर आनंद मेनन ने बताया कि जो भी डाटा कलैक्ट किया जा रहा है, उसे 90 दिन तक सेव रखा जा सकता है।

वाहन चोर भी नहीं बच पाएंगे

नई व्यवस्था लागू होने के बाद शहर में वाहन चोर भी इसकी जद से बच नहीं पाएंगे। चौराहे से गुजरने वाले हर व्हीकल्स को डिटेक्टिव किया जा रहा है। ऐसे में अगर कहीं व्हीकल्स चोर व्हीकल को लेकर चौराहे या गली से गुजरता है, तो वो भी डिटेक्टिव हो जाएगा। ऐसे में उसकी लोकेशन ट्रेस हो जाएगी। लोकेशन के हिसाब से उसको कैच किया जा सकेगा।

100 प्वाइंट पर लगाए जा चुके हैं कैमरे

शहर में 100 प्वाइंट पर कैमरे लगाए जा चुके हैं। इनमें से 70 प्वाइंट पर कैमरे एक्टिव हैं। अन्य को भी एक्टिव किया जा रहा है। कुछ कैमरों का इंस्टोलेशन किया जा रहा है।

अभी ये किया जाना है

- शहर के 16 थानों और 70 पुलिस चौकियों को कनैक्ट किया जाना है। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रुम से कनैक्ट होने सभी थानों, चौकी में शहर की गतिविधि को लाइव देखा जा सकेगा। कोई भी क्राइम की घटना होने पर उसको कवर किया जा सकेगा।

अभी तक डायल 100 की 50 पीआरवी गाडि़यों को कंट्रोल रूम से कनैक्ट किया जा चुका है। पीआरवी पुलिस रिस्पांस व्हीकल्स को कनैक्ट करने के बाद उनकी लोकेशन पर नजर रखी जा सकेगी।

ये सेवाएं भी होंगी कनैक्ट

स्मार्ट पार्किंग

ट्रैकिंग ऑफ सॉलिड वेस्ट

एरिया बेस्ड डेवलपमेंट एबीडी

स्मार्ट मैप जीआईएस

फायर बिग्रेड कंट्रोल सिस्टम

इमरजेंसी रेस्पांस एवं डिजास्टर मैनेजमेंट

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

सोलर पोल एवं स्ट्रीट लाइट

Posted By: Inextlive