- बवाल में लापरवाही पर दूसरे दिन ही इंस्पेक्टर समेत 11 पर हुई थी कार्रवाई

- सीओ सदर भेजे अछनेरा, सीओ छत्ता को मिला सदर का चार्ज

आगरा: ट्रैक्टर चालक की मौत के बाद ताजगंज क्षेत्र में बवाल और चौकी फूंकने की घटना में लापरवाही पर मंगलवार को सीओ सदर तक आंच आ गई। एसएसपी ने उन्हें सदर से हटाकर सीओ अछनेरा का चार्ज दे दिया। इंस्पेक्टर ताजगंज समेत 11 पुलिसकर्मियों पर पूर्व में कार्रवाई हो चुकी है। सीओ सदर पर कार्रवाई न होने पर एडीजी अजय आनंद ने नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद एसएसपी ने उनका सर्किल बदल दिया।

ताजगंज क्षेत्र के करभना निवासी पवन यादव 31 दिसंबर 2020 को ट्रैक्टर-ट्राली से बालू लेकर जा रहा था। पुलिसकर्मियों के पीछा करने पर वह तेज रफ्तार में ट्रैक्टर ले जा रहा था। तभी ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से पवन की मौत हो गई। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी और तोरा पुलिस चौकी फूंक दी। वहां खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया और चौकी में रखा सामान लूट ले गए। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया था। बवाल के दौरान सीओ सदर उपद्रवियों को खदेड़ने के बजाय आटो में बैठकर पीछे की ओर भागे थे। लखनऊ से कार्रवाई के लिए कहा गया तो बवाल के दूसरे दिन इंस्पेक्टर ताजगंज नरेंद्र कुमार समेत चार को निलंबित कर दिया गया और चौकी पर तैनात सात अन्य सिपाहियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया। सीओ सदर महेश कुमार पर कार्रवाई न होने को लेकर एडीजी अजय आनंद ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने एसएसपी को उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद एसएसपी बबलू कुमार ने मंगलवार को सीओ सदर को सदर से अछनेरा सर्किल में स्थानांतरित कर दिया। उनकी जगह सदर में सीओ छत्ता राजीव कुमार को भेजा है। सीओ अछनेरा सुरेश चंद्र ओमहरे को सीओ छत्ता का चार्ज दिया है।

उपद्रव में एक आरोपित को भेजा जेल

ताजगंज थाने में बवाल के मामले में दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें दो सौ अज्ञात लोग शामिल थे। पुलिस ने 60 उपद्रवियों को चिह्नित कर लिया। इनमें से 15 आरोपित जेल जा चुके हैं। मंगलवार को पुलिस ने धांधूपुरा निवासी सोनू यादव को जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर ताजगंज उमेश चंद त्रिपाठी ने बताया पुलिस ने फुटेज के आधार पर सिर्फ उन्हें चिन्हित किया है जो बवाल में आगे दिख रहे हैं। सभी घरों से फरार हैं। आरोपित सामने नहीं आए तो गैर जमानती वारंट जारी कराए जाएंगे। पुलिस के पास सभी के खिलाफ डिजिटल साक्ष्य हैं।

Posted By: Inextlive