अवैध संबंधों में हुई थी किसान की हत्या
-किसान की हत्या करके गटर में फेंकी थी लाश
-सिकंदरा के गांव पनवारी से 21 जुलाई से था लापता -हत्यारोपी गिरफ्तार, पत्नी के साथ अवैध संबंधों के चलते की हत्या आगरा: सिकंदरा के पनवारी गांव से तीन सप्ताह से लापता किसान का शव पुलिस ने निर्माणाधीन बि¨ल्डग के गटर से बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि किसान की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गयी थी। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी का कहना है कि मृतक के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। कॉल डिटेल से पकड़ा आरोपीघटनाक्रम के मुताबिक पनवारी गांव निवासी शिशुपाल सिंह (45 वर्ष) 21 जुलाई की सुबह घर से खेत पर चारा लेने की कहकर निकला था। दोपहर तक नहीं लौटा तो भाई नवल सिंह आदि ने तलाश शुरू कर दी। सुराग नहीं मिला तो भाई नवल ने 24 जुलाई थाने में तहरीर दी। पुलिस ने शिशुपाल के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली तो उसमें सबसे ज्यादा बातचीत गांव के ही सोहनवीर सिंह से हुई थी। लापता होने वाले दिन भी सुबह साढ़े दस बजे सोहनवीर और शिशुपाल में बात हुई थी। पुलिस शक के दायरे में आए सोहनवीर सिंह की तलाश शुरू की।
अवैध संबंधों में गई जानएसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि पुलिस ने बुधवार को सोहनवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर उसने बताया कि शिशुपाल सिंह के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। इसकी जानकारी होने पर उसने शिशुपाल की हत्या की साजिश रची। जिसके बाद 21 जुलाई को बहाने से अपने साथ सिकंदरा क्षेत्र में अंसल एपीआई के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग की ओर ले गया। जहां कोल्ड ¨ड्रक में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया, जिससे शिशुपाल की मौके पर ही मौत हो गयी। हत्यारोपी ने उसकी लाश को बि¨ल्डग की सीवर लाइन में डाल दिया था। एसपी सिटी ने बताया कि हत्यारोपी की निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया है।
--- परिजनों ने खारिज किए आरोपवहीं, शिशुपाल के भाई नवल सिंह ने हत्यारोपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महिला से अवैध संबंधों की बात गलत है। शिशुपाल की शादी 18 साल पहले सीता से हुई थी। उसके दो बेटे और एक बेटी है। पत्नी करीब डेढ़ साल पहले उसे और बच्चों को छोड़कर चली गयी थी। शिशुपाल के बैंक खाते में करीब दस लाख रुपये थे। इसकी जानकारी सोहनवीर को थी। उसने यह रकम हड़पने के लिए साजिश रची। शिशुपाल को दूसरी शादी कराने का झांसा देकर उससे लाखों रुपये हड़प लिए। वह उसकी किसी महिला से फोन पर बात भी कराता था। शिशुपाल को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चलने पर उसने सोहनवीर से अपनी रकम मांगी। इस पर सोहनवीर ने उसकी हत्या कर दी।