डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में चल रहे एमबीबीएस एग्जाम में लगातार मेडिकल स्टूडेंट्स नकल करते पकड़े गए हैं स्टूडेंट्स नकल के सहारे एग्जाम पास कर डॉक्टर बनना चाहते हैं. मेडिकल एग्जाम में पिछले तीन वर्षों में अब तक तीस से अधिक नकलची पकड़े जा चुके हैं.

आगरा(ब्यूरो)। शुक्रवार को एक और छात्र मोबाइल फोन से नकल करते पकड़ा गया है। ऐसे सभी छात्रों पर अनुचित साधन के प्रयोग यानी अनफेयर मीन (यूएफएम) के तहत कार्रवाई की गई है।

दो बैच के चल रहे हैं मेडिकल एग्जाम
डॉ। भीमराव अंंबेडकर यूनिवर्सिटी के खंदारी परिसर स्थित आईईटी में पांच कॉलेजों की एमबीबीएस की परीक्षा चल रही हैं। बैच 2019 , 2020 के एग्जाम शुक्रवार से शुरू हो चुके हैं। पहले दिन एग्जाम में 314 छात्र शामिल हुए। सुबह 11 बजे से एग्जाम शुरू हुए जो दोपहर दो बजे तक एग्जाम होनी थी। एफएच मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस सेकेंड सेमेस्टर का छात्र एग्जाम शुरू होने के तुरंत बाद ही टॉयलेट जाने के लिए वॉशरूम चला गया। सचल दल की नजर छात्र पर थी।

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल
इससे पहले एबीबीएस एग्जाम में स्टूडेंट्स को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़ा जा चुका है। शुक्रवार को एक प्रश्न का उत्तर लिखा और फिर से टॉयलेट जाने के लिए चला गया, छात्र जब बार-बार टॉयलेट जाने लगा तो सचल दल को शक हुआ। छात्र के टॉयलेट जाने पर सचल दल की टीम भी उसके पीछे पहुंच गई।

फाइल मैनेजर से नोट की नकल
सचल दल ने छात्र को वॉशरूम में नकल करते पकड़ लिया। छात्र ने वॉशरूम में पहुंचते ही अंडर गार्मेंट के भीतर रखी जेब से मोबाइल निकाला और मोबाइल के फाइल मैनेजर में लिखे नोट से हाथ पर लिखने लगा। सचल दल ने छात्र को मोबाइल के साथ पकड़ लिया, उसे यूएफएम में रिपोर्ट किया गया है।

यूएफएम में होगी कार्रवाई
एफएच मेडिकल कॉलेज का सेंटर यूनिवर्सिटी के खंदारी स्थित आईईटी में है। आईआईटी के निदेशक प्रो। मनु प्रताप ने बताया कि नकल करने वाले छात्र से मिले स्मार्टफोन और नकल की पर्चियों को सील कर दिया है। छात्र को परीक्षा देने के लिए दूसरी कॉपी दी गई थी। आरोपी छात्र के खिलाफ अनुचित साधन के प्रयोग यानी अनफेयर मीन (यूएफएम) के तहत कार्रवाई की गई है।

अब तक पकड़े जा चुके हैं 31 स्टूडेंट्स
वर्ष 2020 से अब तक 5 एमबीबीएस की परीक्षाओं में एफएच कॉलेज के 20 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जा चुके हैं। 20 अक्टूबर 2020 को सबसे ज्यादा 10 छात्र को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते हुए पकड़ा था। 13 मार्च 2021 को 4 छात्र, 27 फरवरी 2022 को 3 छात्र इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए। एक नवंबर वर्ष 2022 को 2 छात्र जूतों में नकल छिपाकर लाए थे। सचल दल ने निरीक्षण में पकड़ा था। इसके बाद 2 मार्च 2023 को एक छात्र को स्मार्टफोन और पर्ची के साथ नकल करते हुए पकड़ा था। वहीं वर्ष 2024 में वॉशरूम में छात्र को नकल करते पकड़ा था।

पिछले तीन साल में पकड़े गए मेडिकल छात्र
-वर्ष 2020 में एमबीबीएस एग्जाम में एफएच कॉलेज के 20 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जा चुके हैं।
-20 अक्टूबर 2020 को 10 छात्र को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते हुए पकड़ा था।
-13 मार्च 2021 को 4 स्टूडेंट्स को नकल करते पकड़ा गया है, चारों स्टूडेंट्स से नकल जब्त की गई थी।
-27 फरवरी 2022 को 3 छात्र इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए।
-एक नवंबर वर्ष 2022 को 2 छात्र जूतों में नकल छिपाकर लाए थे। सचल दल ने निरीक्षण में पकड़ा था।
-2 मार्च 2023 को एक छात्र को स्मार्टफोन और पर्ची के साथ नकल करते हुए पकड़ा था।
-5 जनवरी वर्ष 2024 में वॉशरूम में छात्र को नकल करते पकड़ा था। हाथ पर नोट तैयार किया गया था।


यूनिवर्सिटी के एचएफ मेडिकल कॉलेज के छात्र द्वारा नकल करने की सूचना कॉलेज को दे दी गई है। यूएफएम के तहत कार्रवाई की गई है।
प्रो। मनु प्रताप सिंह ,आईईटी के निदेशक

Posted By: Inextlive