- बीहड़ में दबिश दे रही थी पुलिस, नोएडा में डेरा जमाए थे बदमाश

- मुठभेड़ वाले दिन दोपहर को ही आया था अक्षय के साथ नोएडा से

आगरा। चंबल के बीहड़ में रहकर फिरौती वसूलने वाला बदमाश बदन सिंह फरारी काटने नोएडा पहुंच गया था। वहां अपने पुराने दोस्त अक्षय के घर में वह कई दिन रहा। पोस्टमार्टम गृह पर आए अक्षय के परिजनों ने यह जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया

एत्माद्दौला क्षेत्र में ट्रांस यमुना कालोनी निवासी डॉ। उमाकांत गुप्ता का 13 जुलाई को बदन सिंह गैंग ने अपहरण किया था। 14 जुलाई को रात दो बजे पुलिस ने उन्हें धौलपुर क्षेत्र में चंबल के बीहड़ से मुक्त करा लिया था। गैंग में शामिल बदमाश निबोहरा निवासी पवन और महिला संध्या को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बदन सिंह साथियों के साथ फरार हो गया था। बुधवार को बदन सिंह अपने साथी एटा के राजा का राम पुर निवासी अक्षय के साथ जगनेर क्षेत्र से जा रहा था। पुलिस मुठभेड़ में दोनों मारे गए। अक्षय के परिजन पहले तो बदन सिंह के नाम से अंजान बन रहे थे। बाद में उन्होंने बदन सिंह से अक्षय की दोस्ती कुबूली। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह बदन सिंह को छोटे के नाम से जानते थे। उसे अक्षय पहले से जानता था। अक्षय ने कोई बड़ा अपराध नहीं किया था, मगर कई बार चोरी कर चुका था।

बहन के घर जाने की कहकर आया था अक्षय

परिजनों ने बताया कि बदन सिंह उनके यहां से बुधवार की दोपहर निकला था। अक्षय बहन के घर फीरोजाबाद जाने की कहकर उसके साथ आया था। बुधवार शाम को उसकी भाभी लक्ष्मी से फोन पर बात हुई थी। उसने बताया था कि वह अभी रास्ते में है। इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ। रात 2.30 बजे मोबाइल स्विच आफ हो गया। बहन के यहां बात की तो पता चला कि वह वहां नहीं पहुंचा, आने की जानकारी भी नहीं दी थी।

अक्षय की भाभी से राखी बंधवाता था बदन सिंह

अक्षय की भाभी लक्ष्मी ने बताया कि वह वर्ष 2017 से वर्ष 2020 तक अक्षय के साथ एत्माद्दौला क्षेत्र के गौतम नगर में रहती थी। बदन सिंह की अक्षय से दोस्ती थी, उसने अपना नाम छोटे बताया था। वह भी साथ में ही रहता था और लक्ष्मी से राखी बंधवाता था।

अक्षय का शव तड़के ले गए परिजन

अक्षय के तीन भाई अर्जुन, अजीत और सुनील हैं। अर्जुन टेंपो रिपेय¨रग की दुकान पर और सुनील नोएडा में बल्ब की फैक्ट्री में काम करता है। छोटा भाई अजीत बेरोजगार है। उसकी भाभी, दो बहनें, फुफेरे भाई और जीजा समेत सात लोग यहां आए थे। गुरुवार देर रात पोस्टमार्टम के बाद तड़के चार बजे वे अक्षय का शव लेकर चले गए.--

बदन सिंह का शव लेने नहीं आए स्वजन

पुलिस ने बदन सिंह के घर सूचना भेज दी है। इसके बाद अभी तक उसका शव लेने परिजन नहीं आए हैं।

Posted By: Inextlive