शहीद नगर में छप रही थी नकली करेंसी, पांच अरेस्ट
किराए के मकान से चल रहा था धंधा, एसटीएफ ने किया पर्दाफाश
35 हजार के नकली नोट बरामद, शराब के ठेकों पर खपाते थे आगरा। शहर में छप रही नकली करेंसी का खुलासा शुक्रवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने किया है। शहर के शहीद नगर क्षेत्र में एसटीएफ ने छापा मार सौ-सौ के नोट छापने के धंधे का पर्दाफाश कर दिया। सरगना सहित पांच शातिरों को गिरफ्तार करने के साथ ही 35 हजार की नकली नकदी भी बरामद की है।एसटीएफ ने गुरुवार देर रात शहीद नगर फेज-एक में एक मकान पर छापा मारा। यहां से गिरोह के सरगना ओमकार झा और उसके चार साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। इनके नाम अवधेश सविता निवासी नया बांस शमसाबाद, शिवम तोमर निवासी कृष्णापुरी कॉलोनी फेज-दो कहरई ताजगंज, सुनील सिसौदिया निवासी धिमिश्री शमसाबाद हाल निवासी महादेव नगर सदर और लाखन निवासी मियांपुर फतेहाबाद बताए गए। कृष्णापुरी कॉलोनी राजपुर चुंगी के रहने वाले ओमकार ने रामनिवास के इस मकान को किराए पर लेकर सौ-सौ के नोट छापने का धंधा कर रहा था।
ये तैयार करते थे नोटआरोपितों ने बताया कि 100 रुपये के नोट की असली गड्डी की सीरीज को लैपटॉप में फोटो शॉप में स्कैन कर लेते। इसके बाद दस रुपयेके स्टांप पेपर के कागज पर नोट छापते थे। इस कागज में सिल्वर तार होता है। इसके बाद उसे डीसी मशीन की मदद से फिनिशिंग देकर असली जैसा बना देते। एक पेपर से दो नोट तैयार हो जाते थे।
पांच हजार में देते थे 10 हजार नकली नोट सीओ एसटीएफ श्याम कांत ने बताया कि गिरोह डेढ़ साल से नकली नोट छाप रहा था। एजेंटों को पांच हजार में दस हजार के नकली नोट देता था। एजेंट इन नोटों को छोटे दुकानदारों के बीच खपाते थे। शराब के ठेकों इनके मुख्य ठिकाने थे। सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया। शराब के ठेकों पर खपाई जाती थी करेंसी आगरा। शहीद नगर में नकली करेंसी का खुलासा होने पर शातिरों ने पूछताछ में बताया कि वह इस करेंसी को ज्यादातर शराब के ठेकों पर ही जाकर खपाते थे। रात का समय होने के कारण नोटों की ओर कोई ज्यादा ध्यान नहीं देता था। इस कारण कभी उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई।