-सात दमकल वाहनों ने डेढ़ घंटे में आग पर पाया काबू

-फैक्ट्री के गोदाम में रखे तारपीन के तेल से भड़की आग

देहरादून

लाल तप्पड़ औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार दोपहर एक लीसा फैक्ट्री में आग लग गई। गोदाम में रखे लीसा और तारपीन के तेल के ड्रम से आग और भड़क गई। सूचना पर ऋषिकेश, देहरादून व रानीपोखरी से मौके पर पहुंचे सात दमकल वाहनों ने डेढ़ घंटे में आग पर काबू पाया। इस दौरान गोदाम जल कर खाक हो गया। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दोपहर में हुआ हादसा

माजरीग्रांट के लाल तप्पड़ औद्योगिक क्षेत्र में गंगा बिहार ऋषिकेश निवासी विजय खुराना की खुराना ब्रदर्स नाम से लीसा फैक्ट्री है। शनिवार दोपहर करीब सवा बारह बजे अचानक फैक्ट्री में आग लग गई। उस समय सात-आठ कर्मी फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे। आग को देखकर कर्मी बाहर भागे। सूचना मिलते ही तत्काल डोईवाला कोतवाल राजेंद्र सिंह रावत, वरिष्ठ उप निरीक्षक राज विक्रम सिंह पंवार और लाल तप्पड़ पुलिस चौकी इंचार्ज संजय रावत पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

सेफ्टी टैंक से लिया पानी

सूचना मिलते ही रानीपोखरी से दमकल टीम मौके पर पहुंच गई आग की लपटों को देखकर ऋषिकेश और देहरादून से भी दमकल वाहनों को बुलाया गया। उसके बाद दमकल वाहनों और समीप स्थित एक फैक्ट्री के सैफ्टी टैंक से पानी की बौछार कर आग पर काबू करने के प्रयास किए गए। चीफ फायर ऑफिसर देहरादून राजेंद्र सिंह खाती ने बताया कि सात दमकल वाहनों की मदद से विभागीय कर्मियों ने करीब दोपहर 1.45 बजे आग पर काबू पाया गया। कोतवाल राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आग लगने के दौरान फैक्ट्री के अंदर सात-आठ कर्मी जमीन पर लीसा को सूखा रहे थे। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। जांच के बाद ही पता चलेगा की आग किसी के लापरवाही से लगी या शार्ट सर्किट से लगी ।

आग बुझाने के दौरान दो कर्मी चोटिल

जिस लीसा फैक्ट्री में आग लगी उसके समीप ही एक मोचिका नाम की कंपनी है। कंपनी के निदेशक ने रोमी वासन ने बताया कि आग बुझाने में उनकी कंपनी ने आग बुझाने के केमिकल और पानी उपलब्ध कराया। साथ ही आग बुझाने में सहयोग दे रहे उनके कर्मचारी राजेंद्र सजवाण और पुनीत सिंह पानी के पावर प्रेशर की चपेट में आने से चोटिल हो गया।

Posted By: Inextlive