आगरा: जनगणना-2021 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पहली बार मोबाइल या टेबलेट से जनगणना होगी। इससे पेपर की बचत होगी। नगर निगम में नगर रजिस्टर और देहात क्षेत्र में ग्राम रजिस्टर तैयार किया जाएगा। इसमें जनगणना से संबंधित पूरा विवरण होगा। जन्म-मृत्यु पंजीकरण बढ़ाने पर ाी जोर दिया जा रहा है।

जिले में बनाए गए 5400 जनगणना लाक

प्रदेश के निदेशक जनगणना और संयुक्त महारजिस्ट्रार डा। अभिषेक जैन ने मंगलवार को सर्किट हाउस में बैठक की। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिले में 5400 जनगणना लाक बनाए गए हैं। हर लाक में 800 लोग होंगे। एक जनगणना लाक में प्रगणक की तैनाती की जाएगी। छह प्रगणक पर एक सुपरवाइजर होगा। प्रगणक को 30 हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा। जनगणना सही हो, इस पर विशेष फोकस किया जाएगा। लोगों से अपील की जाएगी कि जो भी सवाल पूछे जाते हैं, उनका सटीक जवाब दिया जाए। इससे सही तरीके से डाटा तैयार हो सकेगा.उन्होंने कहा कि 85 फीसद जन्म पंजीकरण और 66 फीसद मृत्यु पंजीकरण होते हैं। इन्हें बढ़ाने के लिए कहा गया है। सीएमओ को नागरिक पंजीकरण प्रणाली एवं मृत्यु के कारणों का चिकित्सकीय प्रमाणीकरण के तहत जन्म-मृत्यु पंजीकरण के आदेश दिए हैं। देहात क्षेत्र में मृत्यु पंजीकरण बढ़ाने के प्रयास करने का आदेश जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को दिया गया है। डा। जैन ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंया रजिस्टर (एनपीआर) के तहत पूर्व गणना लाक का गठन नए प्रारूप पर किया गया है। जिले में चार नगरीय और चार ग्रामीण इकाइयों को जन्म एवं मृत्यु के आंकड़े एकत्रित किए जाने का कार्य चयनित प्रगणक द्वारा किया जा रहा है। उप महारजिस्ट्रार प्रदीप कुमार, एके राय, डीएम प्रभु एन सिंह, नगरायुक्त निखिल टीकाराम, एडीएम वित्त एवं राजस्व योगेंद्र कुमार सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।

प्रमाण पत्र मिलने में न आए दिक्कत

डा। जैन ने नगर निगम स्थित जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय का ाी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी करने में देरी न की जाए। इससे लोगों को किसी तरीके की कोई दिक्कत नहीं होगी।

Posted By: Inextlive