कहीं कोलकाता का पुल न बन जाए जवाहर पुल
- जगह-जगह से जर्जर हो रहा है पुल
- दो बार हो चुकी है मरम्मत, पहले 19 फरवरी को शुरु हुआ था ट्रैफिक आगरा। सिटी का जवाहर पुल कहीं कोलकाता का पुल न बन जाए। आपको बता दें गुरुवार दोपहर को कोलकाता में एक पुल भरभरा कर गिर पड़ा इसमें 150 लोगों के मारे जाने की आशंका व्यक्त की गई है। मौजूदा समय ऐसी ही कमोबेश स्थिति से जवाहर पुल गुजर रहा है। पुल की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है। पहले भी पुल के जख्मी होने एनएचए के अधिकारियों ने पहले भी पुल की बियरिंग बदलने का काम किया था। 19 फरवरी को जब पुल पर आवागमन शुरु किया गया था, तब वाहनों की स्पीड पांच किमी। प्रति घंटा की निर्धारित की थी, लेकिन इसका अनुपालन नहीं हो सका। पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने किया था शिलान्यासजवाहर पुल का शिलान्यास आज से 53 वर्ष पहले 15 दिसम्बर 1963 को देश के पूर्व प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने शिलान्यास किया था। समय अधिक होने से पुल की उपयोगी क्षमता भी खत्म हो चुकी है। उसके बाद भी रखरखाव कर उसकी मियाद को बढ़ाया गया है।
समय-समय पर करते है निरीक्षणजवाहर पुल के रखरखाव के बारे में पूछने पर एनएचए के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसबी सिंह कहते हैं कि समय-समय पर पुल का निरीक्षण किया जाता है। उसका मेंटीनेंस भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को बियरिंग बदलने के लिए तीन घंटे का ब्लॉक लिया जाएगा।