आगरा: पुलिस को चकमा देने के लिए गिरतारी के बाद शातिर हर बार अपना नाम-पता बदल लेता था। वह नए नाम और पते से जेल जाता था। इससे कि जमानत पर बाहर आने के बाद पुलिस उसके असली पते पर न पहुंच सके। चोरों के सरगना को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को गिरतार कर लिया। आरोपी से पूछताछ करने पर पुलिस को उसकी नाम-पता बदलने वाली कहानी का पता चला। आरोपी सरगना के खिलाफ आगरा, दिल्ली समेत कई शहरों में 17 मुकदमे दर्ज हैं।

20 हजार रुपए का ईनाम

इंस्पेक्टर कोतवाली राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि मकानों और दुकानों में नकब लगाकर चोरी करने वाले गिरोह के सदस्यों को एक महीने पहले गिरतार करके जेल भेजा था। उन्होंने पूछताछ करने पर गिरोह का सरगना समीर मिर्जा को बताया था। समीर ने कोतवाली और मंटोला थाना क्षेत्र में कई चोरी की हैं। उस पर 20 हजार रुपए का ईनाम घोषित था। मंगलवार को कोतवाली के तिलक बाजार इलाके से सरगना समीर को गिरतार कर लिया। उससे एक पिस्टल, कारतूस व सात हजार रुपए बरामद किए हैं।

तीन साथी पहले ही गए जेल

पुलिस के पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया उसका पूरा नाम समीर मिर्जा उर्फ सिकंदर, उर्फ मुन्ना उर्फ गंजा उर्फ एम भाई है। वह दिल्ली के थाना एनआइए नार्थ वेस्ट, जेजे कॉलोनी का रहने वाला है। वर्तमान में छत्ता के राजाकाशी मोहल्ले में किराए पर रह रहा था। उसने अपने तीन साथियों के साथ लुहार गली, कुंजामल कांप्लेक्स, रावतपाड़ा, फव्वारा व दरेसी बाजार में दुकानों में चोरी की थी। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी के तीनों साथियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।

पूर्व में पुलिस को बताए थे दिल्ली गाजियाबाद के पते

इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित सरगना समीर मिर्जा ने आगरा, दिल्ली, गाजियाबाद समेत कई जिलों में चोरी की हैं। पूर्व में पुलिस के पकड़ने पर उसने अपना पता गाजियाबाद की चमन विहार कालोनी, शंकर विहार कॉलोनी, विजय विहार कालोनी लिखाया था। वहीं आगरा में पकड़े जाने पर अपना पमा रामलीला मैदान लिखाया। इससे अदालत से आने वाले समन उस तक नहीं पहुंचते थे।

आगरा समेत कई शहरों में दर्ज हैं मुकदमे

आरोपी के खिलाफ आगरा के कोतवाली थाने में छह मुकदमे, मंटोला थाने में चार, दिल्ली के सदर बाजार नार्थ ईस्ट में दो, पश्चिम विहार ईस्ट आउटर में एक, भजनपुरा में दो और थाना वेल्कम में एक मुकदमा दर्ज है।

Posted By: Inextlive